logo-image

देश में धीरे-धीरे अपने पैर पसार रही है आम आदमी पार्टी, दक्षिण भारत मेें मजबूत कर रही जमीन

राष्ट्रीय राजधानी में दो बार धमाकेदार जीत दर्ज कर चुकी आम आदमी पार्टी अब धीरे धीरे दिल्ली से बाहर कदम बढ़ा रही है.

Updated on: 27 Dec 2020, 08:32 AM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी में दो बार धमाकेदार जीत दर्ज कर चुकी आम आदमी पार्टी अब धीरे धीरे दिल्ली से बाहर कदम बढ़ा रही है. गोवा और कश्मीर में हुई पहली जीत से ये तो साबित होता है कि इस पार्टी की राजनीति से इस देश के उत्तर से दक्षिण तक लोगों में उत्साह के साथ साथ भरोसा भी जगा है. गोवा की जिला पंचायत में बेनलुइम सीट पर मिली बेहतरीन जीत से पार्टी ने अपनी पहचान साउथ इंडिया में भी बना ली है. इस सीट पर हेंजेल फर्नांडीस ने एक तरफा जीत हासिल करके आम आदमी पार्टी का नाम गोवा की धरती पर लिख दिया है. इसी तरह आम आदमी पार्टी के गोवा के बाकी उम्मीदवारों का वोट शेयर भी काफी बढ़ा है.

यह भी पढ़ें: भारत 2025 तक पांचवीं, तो 2030 तक तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था होगा

हाल ही में जम्मू कश्मीर में हुए जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनाव में डोडा से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार मेहराजदीन मलिक ने जीत हासिल की. मलिक आम आदमी पार्टी के सदस्य हैं, परंतु पार्टी के चिन्ह पर चुनाव नहीं लड़ सके, इसलिए आजाद उम्मीदवार रह कर ही ये जीत हासिल की. मालिक आम आदमी पार्टी जम्मू माइनॉरिटी यूनिट के हेड भी है. इन दो अलग अलग राज्य से आए चुनाव नतीजों से ये तो स्पष्ट है कि आम जनता का आम आदमी पार्टी और दिल्ली के अरविंद केजरीवाल के गवर्नेंस मॉडल पर भरोसा बढ़ता जा रहा है.

यह भी पढ़ें: 2024 में कांग्रेस के पास से रायबरेली सीट भी चली जाएगी

पंजाब और हरियाणा में भी आम आदमी पार्टी की पकड़ बढ़ रही है. खासकर पंजाब में आप ने जनता के बीच अपनी पैठ बनाई है. इसके अलावा आम आदमी पार्टी ने आगामी उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी उतरे का ऐलान कर दिया है. इन दोनों राज्यों में पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी और उसे यहां अच्छे नतीजे मिलने की उम्मीद है. यानी उत्तर भारत से लेकर साउथ इंडिया तक आम आदमी पार्टी अपना विस्तार तेजी से करने में लगी हुई है.