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जम्मू-कश्मीर में फिर हो सकता था पुलवामा जैसा हमला, सुरक्षा बलों की मुस्तैदी टला

आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में सूचना मिलने पर कार्रवाई करते हुए, सेना और सीआरपीएफ के साथ पुलिस ने अवंतिपोरा में गाडीखाल गांव के जंगलों के पास एक नर्सरी क्षेत्र की संयुक्त तलाशी ली.

Updated on: 17 Sep 2020, 11:01 PM

नई दिल्‍ली:

जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में आतंकी एक बार फिर पुलवामा हमला (Pulwama Attack) जैसे किसी बड़े हमले को अंजाम देने वाले थे, मगर सुरक्षाबलों की मुस्तैदी ने उनके नापाक इरादों पर पानी फेर दिया. भारतीय सुरक्षाबलों ने गुरुवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है. ऐसी संभावना है कि आतंकी इस विस्फोटक का इस्तेमाल पुलवामा जैसे ही किसी बड़े हमले के लिए करने वाले थे.

आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में सूचना मिलने पर कार्रवाई करते हुए, सेना और सीआरपीएफ के साथ पुलिस ने अवंतिपोरा में गाडीखाल गांव के जंगलों के पास एक नर्सरी क्षेत्र की संयुक्त तलाशी ली. वन क्षेत्र की खोज के दौरान, दो विस्फोटक डंप पाए गए, जिन्हें दो अलग-अलग 250 लीटर वाले प्लास्टिक टैंकों में जमीन के नीचे छुपाया गया था.

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पुलिस ने कहा, एक प्लास्टिक टैंक में 416 उच्च-विस्फोटक जिलेटिन स्टिक्स (छड़ें) बरामद की गई हैं, जबकि एक अन्य प्लास्टिक टैंक में 50 डेटोनेटर्स को बरामद किया गया है. डेटोनेटर्स को बम डिस्पोजल स्क्वाड की ओर से उन्हें ले जाने के जोखिम के कारण मौके पर ही नष्ट कर दिया गया.

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पुलिस ने कहा कि इस रिकवरी के आधार पर, सुरक्षा बल विस्फोटक पदार्थों के माध्यम से एक बड़े आतंकी हमले को रोकने में सक्षम हुए हैं. यह घटना जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलवामा में लेथपोरा के करीब हुई, जहां फरवरी 2019 में आत्मघाती हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.