प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra modi) और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग (Xi Jinping) की शुक्रवार को तमिलनाडु के महाबलीपुरम में कश्मीर मामले पर तनावपूर्ण हुए द्विपक्षीय संबंधों को सहज बनाते हुए अनौपचारिक बातचीत की. विदेश सचिव विजय गोखले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी-चिनफिंग की बैठक की जानकारी दी.
पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग 5 घंटे एक दूसरे के साथ रहें. ज्यादातर वक्त दोनों ने एक दूसरे से बातचीत की. विजय गोखल (Vijay Gokhale) ने बताया कि पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति चिनफिंग ने महाबलीपुरम में तैयारियों की प्रशंसा की, पीएम ने इसलिए राज्य सरकार को धन्यवाद कहा है.
विदेश सचिव गोखले ने बताया, 'दोनों नेताओं के बीच आर्थिक मुद्दों, ट्रेड आदि पर चर्चा हुई. आतंकवाद और चरमपंथ के खतरे पर भी चर्चा हुई.
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विजय गोखले ने कहा, 'पीएम मोदी और शी चिनफिंग ने एक साथ डिनर किया. लगभग ढाई घंटे तक डिनर चला, जोकि तय किे गए वक्त से ज्यादा था.
शुक्रवार को पारम्परिक तमिल परिधान धोती, सफेद कमीज और अंगवस्त्रम पहने मोदी ने अच्छे मेजबान की भूमिका निभाते हुए शी चिनफिंग को विश्व प्रसिद्ध धरोहरों अर्जुन तपस्या स्मारक, नवनीत पिंड(कृष्णाज बटरबॉल), पंच रथ और शोर मंदिर के दर्शन कराए.
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प्रधानमंत्री ने सफेद कमीज और काली पतलून पहने शी को इन स्मारकों के ऐतिहासिक महत्व से अवगत कराया. शी चीन के फुजियांग प्रांत के साथ ऐतिहासिक रूप से जुड़े पल्लव वंश के दौरान निर्मित सातवीं सदी के इन स्मारकों में काफी रुचि लेते प्रतीत हुए.
मोदी और शी के साथ एक-एक अनुवादक भी थे. दोनों पंच रथ परिसर में करीब 15 मिनट बैठे और उन्होंने नारियल पानी पीते हुए गहन वार्ता की. इस बैठक की तस्वीरों में दो उभरती अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं के बीच गर्मजोशी और तालमेल दिखा.
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दोनों नेता ‘पंच रथ’ से पल्लव वंश की सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक शोर मंदिर गए जिसकी रोशनी देखते ही बन रही थी. वहां कुछ समय बिताने के बाद मोदी और शी के साथ दोनों पक्षों के शीर्ष प्रतिनिधिमंडल भी वहां आ गए.
इसके कुछ मिनट बाद दोनों देशों ने शोर मंदिर की पृष्ठभूमि में एक सांस्कृतिक प्रस्तुति का आनंद लिया.