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अलगाववादी फंडिंग मामले में NIA का छापा, रकम के साथ हिजबुल और लश्कर के लेटर हेड बरामद

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हवाला मामले और अलगाववादियों को होने वाले फंडिंग मामले में कश्मीर के 14 ठिकानों पर छापेमारी की है।

Updated on: 03 Jun 2017, 05:05 PM

highlights

  • एनआईए ने हवाला मामले और अलगाववादियों को होने वाले फंडिंग मामले में कश्मीर के 14 ठिकानों पर छापेमारी की है
  • इसके अलावा दिल्ली के चांदनी चौक, बल्लीमारान सहित हरियाणा के 8 ठिकानों पर भी छापा मारा है

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हवाला मामले और अलगाववादियों को होने वाले फंडिंग मामले में कश्मीर के 14 ठिकानों पर छापेमारी की है। इसके अलावा दिल्ली के चांदनी चौक, बल्लीमारान सहित हरियाणा के 8 ठिकानों पर भी छापा मारा है। इस छापेमारी में एनआईए को लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के लेटरहेड मिले हैं। इसके अलावा पेन ड्राइव्स और लैपटॉप भी बरामद हुए हैं। 

एनआईए ने इस मसले पर एफआईआर भी दर्ज कर ली है। अब तक छापेमारी के दौरान दिल्ली और श्रीनगर से 1.25 करोड़ की रकम बरामद की गई है।

अलगाववादियों की फंडिंग के मामले में पिछले दिनों एनआईए ने देश के कई हिस्सों में छापेमारी की है।

शनिवार को एनआईए ने कई हवाला ऑपरेटर्स और अलगाववादी नेताओं के घर पर छापेमारी की। एनआईए इस मामले में तीन अलगाववादी नेताओं से दो दिनों तक पूछताछ कर चुकी है।

हुर्रियत अध्यक्ष सैयद अली गिलानी और उनके साथी हुर्रियत प्रांतीय अध्यक्ष नईम खान, डार और बाबा के खिलाफ प्राथमिक जांच के मद्देनजर यह छापेमारी की गई।

अलगाववादी नेता ने एक स्टिंग ऑपरेशन में यह स्वीकार किया है कि उन्होंने बल्लीमारान और चांदन चौक के बिचौलियों के जरिए पाकिस्तान से पैसा लिया है।

एक वरिष्ठ एनआईए अधिकारी ने बताया, 'एलईटी प्रमुख हाफिज सईद और पाकिस्तान स्थित अन्य आतंकवादी संगठनों के खिलाफ प्राथमिक जांच को प्राथमिकी में तब्दील किया गया है।'

हालांकि, इस एफआईआर में किसी भी अलगाववादी नेता का नाम नहीं है।

एनआईए के जांच अधिकारियों ने अलगाववादियों फारूक अहमद डार उर्फ 'बिट्टा कराटे', नईम खान और जावेद अहमद बाबा उर्फ 'गाजी' से पूछताछ कर चुकी है।

एनआईए के पूछताछ में हुआ खुलासा, गिलानी को पाकिस्तान से मिलता था पैसा

एनआईए के सूत्रों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों को हवाला के जरिए पैसा पहुंचाने के सबूत मिले हैं। जांच में अलगाववादियों के हवाला से आर्थिक मदद दिये जाने के तार पुरानी दिल्ली में बल्लीमारन और चांदनी चौक से संचालित हवाला ऑपरेटरों से जुड़े होने का खुलासा हुआ था।

गाजी अलगाववादी संगठन तहरीक-ए-हुर्रियत से जुड़ा है। एनआईए ने तीनों से बैंक और संपत्ति सहित कुछ अन्य दस्तावेज लाने को कहा था। 

जानकारी के मुताबिक अलगाववादियों के हवाला कारोबारियों से तार जुड़े होने की पुष्टि के लिये एनआईए की 5 सदस्यीय टीम ने जम्मू कश्मीर के श्रीनगर सहित अन्य शहरों से अहम सबूत जुटाए हैं।

सूत्रों के मुताबिक अलगाववादी गुटों को पाकिस्तान से हवाला के जरिये भेजी गयी वित्तीय मदद सउदी अरब, बांगलादेश और श्रीलंका के रास्ते दिल्ली के हवाला ऑपरेटरों तक भेजी जाती है। दिल्ली से यह राशि पंजाब और हिमाचल प्रदेश के हवाला ऑपरेटरों के जरिये जम्मू-कश्मीर पहुंचती है।

NIA ने टेरर फंडिंग मामले में तीन अलगाववादी नेताओं बिट्टा कराटे, नईम खान और जावेद अहमद से की पूछताछ