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हिंसक झड़प के बाद असम-मिजोरम सीमा पर तनाव, कई लोग घायल

हिंसक झड़प में कई लोगों के घायल होने की खबर है. झड़प के बाद अंतरराज्यीय सीमा के साथ लायलपुर इलाके के पास उपद्रवियों ने कई घरों में आग लगा दी.

Updated on: 19 Oct 2020, 08:37 AM

आइजोल/सिलचर/गुवाहाटी:

असम (Assam) और मिजोरम (Mizoram) राज्यों की सीमा को लेकर लंबे समय से चले आ रहे गतिरोध की एक और परिणिति दोनों राज्यों के दो समूहों के बीच हिंसक झड़प के रूप में सामने आई है. इस हिंसक झड़प में कई लोगों के घायल होने की खबर है. झड़प के बाद अंतरराज्यीय सीमा के साथ लायलपुर इलाके के पास उपद्रवियों ने कई घरों में आग लगा दी. इस हिंसा के बाद सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है. झड़प के बाद असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल (Sarbananda Sonowal) ने फोन पर असम-मिजोरम बॉर्डर पर मौजूदा स्थिति के बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय गृह मंत्रालय को अवगत करा दिया है. साथ ही अपने मिजोरम में अपने समकक्ष जोराम थांगा को भी फोन किया और उनसे सीमा पर हुई घटना के बारे में बातचीत की.

पथराव से शुरू हुआ विवाद
मिजोरम के कोलासिब जिले का वैरेंगते गांव राज्य का उत्तरी हिस्सा है, जिससे गुजरता राष्ट्रीय राजमार्ग-306 असम को इस राज्य से जोड़ता है. वहीं, असम के कछार जिले का लायलपुर इसका सबसे करीबी गांव है. कोलासिब जिले के पुलिस उपायुक्त एच लल्थलंगलियाना के मुताबिक शनिवार शाम को लाठी-डंडे लिए असम के कुछ लोगों ने सीमावर्ती गांव के बाहरी क्षेत्र में स्थित ऑटो रिक्शा स्टैंड के पास कथित तौर पर एक समूह पर पथराव किया, जिसके बाद वैरेंगते गांव के निवासी भारी संख्या में एकत्र हो गए. 

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20 अस्थायी झोपड़ियों को फूंका
बताते हैं कि इलाके में लागू निषेधाज्ञा के बावजूद वैरेंगते गांव की गुस्साई भीड़ ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब 20 अस्थायी झोपड़ियों और दुकानों को आग लगा दी, जोकि लैलापुर गांव के लोगों की थीं. पुलिस उपायुक्त ने कहा कि घंटों तक चली इस हिंसक झड़प में मिजोरम के चार लोगों समेत कई लोग घायल हो गए. उन्होंने कहा कि झड़प में घायल एक व्यक्ति को कोलासिब जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसकी गर्दन में गहरा घाव होने के कारण उसकी हालत नाजुक है. वहीं, तीन लोगों का इलाज वैरेंगते गांव के जनस्वास्थ्य केंद्र में किया गया.

भारी पुलिस बल तैनात
इलाके में शांति बहाल करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही पुलिस को तैनात किया गया है. असम के वन मंत्री एवं स्थानीय विधायक परिमल शुक्ला बैद्य ने बताया कि क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं लगभग हर साल होती हैं, क्योंकि दोनों ही तरफ के लोग अवैध तरीके से पेड़ काटते हैं. असम सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यह घटना समुदायों में अशांति पैदा करने के लिए उपद्रवियों द्वारा की गई करतूत थी. 

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केंद्रीय सचिव के साथ बैठक आज
मिजोरम के गृह मंत्री ललचामलियाना ने कहा कि हालात का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला सोमवार को दोनों राज्यों के साथ होने वाली बैठक की अध्यक्षता करेंगे. उन्होंने कहा कि बैठक में दोनों राज्यों के मुख्य सचिव मौजूद रहेंगे. अधिकारियों ने कहा कि दोनों राज्यों ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में भारतीय रिजर्व वाहिनी समेत सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है, जोकि मिजोरम के वैरेंगते गांव के पास और असम के लैलापुर के अंतर्गत आते हैं.