10-12वीं के छात्रों को अभी नहीं लग सकती वैक्सीन, केंद्र ने दिल्ली हाई कोर्ट को बताई ये वजह
दिल्ली हाई कोर्ट में जब इस मामले में सुनवाई हुई तो केंद्र ने साफ इंकार कर दिया. केंद्र सरकार ने कोर्ट में कहा कि अभी टीनएजर्स पर वैक्सीन का ट्रायल नहीं हुआ है इसलिए अभी इसे मंजूरी नहीं दी जा सकती है.
highlights
- देशभर में वैक्सीन की भारी किल्लत
- कई राज्यों में युवाओं का वैक्सीनेशन रुका
- दिल्ली में कई वैक्सीनेशन सेंटर बंद हुए
नई दिल्ली:
वैज्ञानिक कोरोना की तीसरी लहर (Corona 3rd Wave) की आशंका जता रहे हैं. वहीं देश में वैक्सीन की कमी (Vaccine Shortage) के कारण वैक्सीनेशन (Vaccination) की रफ्तार काफी धीमी पड़ चुकी है. दूसरी लहर में जिस तरीके से हाहाकार मची थी, उससे लोग डरे हुए हैं और जल्दी से वैक्सीन लगवाना चाहते हैं, लेकिन वैक्सीन की कमी के कारण उन्हें इंतजार करना पड़ रहा है. वहीं दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) में वैक्सीन की कमी को लेकर सुनवाई भी चल रही है. कई राज्यों ने टीनएजर्स (14 से 17 साल) के बच्चों के लिए भी वैक्सीन देने की मांग की है. दिल्ली हाई कोर्ट में जब इस मामले में सुनवाई हुई तो केंद्र ने साफ इंकार कर दिया. केंद्र सरकार ने कोर्ट में कहा कि अभी टीनएजर्स पर वैक्सीन का ट्रायल नहीं हुआ है इसलिए अभी इसे मंजूरी नहीं दी जा सकती है.
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14 से 17 साल के टीनएजर्स को वैक्सीन लगाने से जुड़ी याचिका पर केंद्र सरकार ने हाईकोर्ट में हलफनामा दाखिल करके बताया है कि बच्चों को अभी कोरोना का वैक्सीन नहीं लगाया जा सकता, क्योंकि उनके ऊपर अभी तक ट्रायल पूरा नहीं हुआ है. केंद्र ने हलफनामे में बताया कि अभी ट्रायल पूरा होना बाकी है और उसको लेकर प्रक्रिया चल रही हैं. सरकार ने यह बात उस याचिका के जवाब में कही है जिसमें सभी बोर्ड परीक्षा देने वाले बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए वैक्सीन लगाने की मांग की गई थी.
वैक्सीन की कमी पर केंद्र को फटकार
वैक्सीन की कमी पर कोर्ट ने केंद्र सरकार को कड़ी फटकार लगाई. कोर्ट ने कहा कि यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि मानव जाति कोरोना महामारी से खतरे में है. एक तरफ केंद्र सरकार कहती है कि महामारी से लड़ने का सबसे प्रभावशाली तरीका सभी नागरिकों का जल्द से जल्द टीकाकरण करना है, बावजूद इसके टीके की कमी से सभी परेशान हैं.
कोर्ट ने केंद्र और दिल्ली सरकार से जवाब मांगा
कोर्ट ने कहा कि अब सरकार डैमेज कंट्रोल के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल को सिर्फ दूसरी डोज देने के लिए कह रही है. जाहिर है आपके पास वैक्सीन की कमी है और आप इस तरह से सबका वैक्सीनेशन नहीं कर सकते. कोर्ट ने केंद्र और दिल्ली सरकार से वैक्सीन की कमी से निपटने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी मांगी है.
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दिल्ली में कई वैक्सीनेशन सेंटर बंद हुए
बता दें कि राजधानी दिल्ली समेत देशभर में 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया गया था. लेकिन कुछ दिनों के बाद टीकों की किल्लत शुरू हो गई, जो अभी भी बरकरार है. राजधानी में वैक्सीन उपलब्ध न होने की वजह से वैक्सीनेशन सेंटरों को बंद करना पड़ा है. दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार लगातार केंद्र सरकार के वैक्सीन के लिए गुहार लगा रही है. अरविंद केजरीवाल इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत भी लिख चुके हैं.
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