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टाटा कंसलटेंसी सर्विस (टीसीएस) की असाधारण आमसभा (ईजीएम) से पहले टाटा संस के अपदस्थ अध्यक्ष साइरस मिस्त्री ने कहा है कि वे टाटा समूह की आत्मा को बचाने के लिए लड़ रहे हैं। साइरस मिस्त्री ईजीएम की बैठक में शामिल नहीं हुए हैं।
मिस्त्री ने टीसीएस के शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, "मैं जिसके लिए लड़ रहा हूं, वह टाटा समूह की आत्मा है।"
कंपनी ने अपने बोर्ड के निदेशक पद से मिस्त्री को निकालने या ना निकालने का फैसला लेने के लिए ईजीएम बुलाई है।
टाटा संस ने इससे पहले कहा था कि मिस्त्री को कॉरपोरेट गर्वनेंस के अपने खुद के मूल्यों का पालन करते हुए टाटा कंपनियों के बोर्ड से खुद इस्तीफा दे देना चाहिए।
टाटा संस के बोर्ड ने 24 अक्टूबर को मिस्त्री को अध्यक्ष पद से हटाकर रतन टाटा को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त कर दिया था।
मिस्त्री ने कहा, "आप अपनी अंतरात्मा की सुनते हुए वोट दें ताकि शासन सुधार पर वृहद चर्चा की जरूरत का संकेत दिया जा सके। पिछले कई हफ्तों से मेरे द्वारा खुद से हटने से इनकार करने को कई लोगों ने गलत तरीके से चित्रित करने की कोशिश की है। यह लड़ाई मूल्यों की लड़ाई है।"
Future of TCS hinges on good governance & ethical practices. That can flow only from the promoter...ctd :Cyrus Mistry to TCS shareholders
— ANI (@ANI_news) December 13, 2016
ctd...It needs to permeate into Board & mgmt.In past weeks,we saw good governance being thrown to the wind in every sense of the term-Mistry
— ANI (@ANI_news) December 13, 2016