पीएचडी व एम टेक स्तर पर नवीनतम तकनीक साझा करेंगे विश्वविद्यालय

पीएचडी व एम टेक स्तर पर नवीनतम तकनीक साझा करेंगे विश्वविद्यालय

पीएचडी व एम टेक स्तर पर नवीनतम तकनीक साझा करेंगे विश्वविद्यालय

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IANS
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Tankehwar Kumar

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

शिक्षा, शोध व नवाचार के क्षेत्र में संसाधनों व शैक्षणिक मोर्चे पर अब हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ व जेसी बोस विज्ञान एवं तकनीकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद मिलकर काम करेंगे। इस प्रयास के अंतर्गत विशेष रूप से पीएचडी व एम टेक के स्तर पर शैक्षणिक व तकनीकी सुविधाओं के आदान-प्रदान का मार्ग प्रशस्त होगा।

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साथ ही इस प्रयास का उद्देश्य नवीनतम तकनीक में एक दूसरे का सहयोग, अनुसंधान क्षेत्रों को साझा करना, रिसर्च परियोजनाओं के लिए शोधार्थियों को आदान-प्रदान करना है।

दोनों ही विश्वविद्यालयों ने इस संबंध में आपसी साझेदारी के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के बाद अब विश्वविद्यालय के शिक्षक व विद्यार्थी एक-दूसरे के यहां उपलब्ध शैक्षणिक संसाधनों का मिलकर उपयोग कर सकेंगे।

समझौता ज्ञापन पर हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति प्रोफेसर टंकेश्वर कुमार तथा जेसीबोस विज्ञान एवं तकनीकी विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति डॉ. दिनेश अग्रवाल ने हस्ताक्षर किए।

हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर टंकेश्वर कुमार ने कहा कि इस एमओयू का उद्देश्य शैक्षणिक सहयोग के साथ-साथ नवीनतम तकनीक में सहयोग प्रदान करना, दोनों विश्वविद्यालयों के बीच अनुसंधान क्षेत्रों को साझा करना, रिसर्च परियोजनाओं के लिए शोधार्थियों को आदान-प्रदान करना है।

उन्होंने कहा कि अनुसंधान व शैक्षणिक मोर्चे पर सहयोग हेतु दोनों संस्थान एक मोर्चे पर आकर कार्य करेंगे। इस प्रयास के अंतर्गत विशेष रूप से पीएचडी व एमटेक के स्तर पर शैक्षणिक व तकनीकी सुविधआों के आदान-प्रदान का मार्ग प्रशस्त होगा।

जेसी बोस विज्ञान एवं तकनीकी विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में हुई इस साझेदारी के अवसर पर हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेंटर के निदेशक डॉ. विकास गर्ग भी उपस्थित थे।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

      
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