इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में छेड़छाड़ के आरोपों को लेकर दाखिल याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को नोटिस भेजा है।
ईवीएम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया है कि ईवीएम में कई खामियां हैं। इन मशीनों से निष्पक्ष चुनाव और परिणाम नहीं आ सकते हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता एमएल शर्मा ने याचिका दाखिल की है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती ने ईवीएम पर सवाल उठाया था। उन्होंने विधानसभा चुनावों में बीजेपी के पक्ष में छेड़छाड़ का दावा किया था।
जिसके बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) ने अगले महीने होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनावों में ईवीएम के बजाए मतपत्रों के इस्तेमाल की मांग की थी।
मायावती ने मंगलवार को राज्यसभा में भी ईवीएम का मसला उठाया था। मायावती ने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान कहा, 'प्रतिनिधि जनता की पसंद के होने चाहिए, ईवीएम की पसंद के नहीं।'
पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि पंजाब विधानसभा चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के साथ छेड़छाड़ की गई थी, जिसके कारण आम आदमी पार्टी (आप) के 20-25 प्रतिशत वोट शिरोमणि अकाली दल-बीजेपी गठबंधन के खाते में चले गए।
हालांकि चुनाव आयोग और केंद्र सरकार ने सभी तरह के आरोपों को खारिज किया है।
HIGHLIGHTS
- ईवीएम विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को भेजा नोटिस
- विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद मायावती ने ईवीएम पर उठाया था सवाल
- कांग्रेस और AAP भी ईवीएम के बदले बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग कर चुकी है
Source : News Nation Bureau