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दुनियाभर में हो रहे बदलाव को देखते हुए सुरक्षा घेरा मजबूत करने की जरूरत, बोले राजनाथ सिंह

वैश्विक सुरक्षा, सीमा विवाद और समुद्री प्रभुत्व के कारण दुनियाभर के मुल्क अपनी सैन्य शक्ति को आधुनिकीकरण और मजबूत बना रहे हैं.

Updated on: 28 Aug 2021, 12:04 PM

highlights

  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सुरक्षा घेरा मजबूत करने पर दिया जोर
  • बदल रही है दुनिया की तस्वीर, चिंता का है विषय
  • पूरी दुनिया सुरक्षा पर बजट बढ़ा रही है

नई दिल्ली :

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath singh) आज तमिलनाडु में हैं. राजनाथ सिंह ने चेन्नई में निगरानी पोत विग्रह को भारतीय तटरक्षक बल में शामिल किया. इस दौरान सेना प्रमुख जनरल एम.एम.नरवणे भी मौजूद थे. इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जिस तरह दुनिया में बदलाव हो रहे हैं, सुरक्षा घेरा मजबूत करने की जरूरत है. वैश्विक सुरक्षा, सीमा विवाद और समुद्री प्रभुत्व के कारण दुनियाभर के मुल्क अपनी सैन्य शक्ति को आधुनिकीकरण और मजबूत बना रहे हैं. हमारा देश इन घटनाओं से अछूता नहीं रह सकता. उन्होंने आगे कहा कि यह हमारे देश पर अधिक लागू होता है. एक ऐसा देश होने के नाते जिसका हित सीधे हिंद महासागर से जुड़ा हुआ है.

राजनाथ सिंह ने बताया कि रिपोर्ट्स बताती है कि अगले 1-2 साल में यानी 2023 तक दुनिया भर में सुरक्षा पर खर्च 2.1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने वाला है. अधिकांश देशों के पास पूरे वर्ष के लिए इस स्तर का बजट भी नहीं है और अगले 5 वर्षों में इसके कई गुना बढ़ने की उम्मीद है.

शुक्रवार को भी राजनाथ सिंह ने उन्नत तकनीक को लेकर कहा था कि इसके बिना भारत सुपरपावर नहीं बन सकता है. राजनाथ सिंह 27 अगस्त को रक्षा उन्नत तकनीक संस्थान (डीआईएटी) में छात्रों और शोधकर्ताओं से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि यदि हम उन्नत तकनीक तैयार करने की उपलब्धि हासिल कर लें, तब ही भारत एक सुपरपावर बन सकता है.

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रक्षा मंत्री ने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने सैन्य बलों, उद्योगों व शिक्षाविदें के साझा प्रयास के जरिये अनुसंधान व नवाचार में प्रगति करने की कुछ पहल शुरू की है. यह केवल आपसी समझ और ज्ञान व सर्वोत्तम प्रथाएं साझा करने से ही संभव हो सकता है.