तमिलनाडु पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) 30 करोड़ रुपये की तलाश में है, जिसे अन्नाद्रमुक के एक पूर्व मंत्री के बेटे की एक निजी वित्त कंपनी के तीन लोगों ने ठग लिया था।
इस मामले में एक श्रीलंकाई तमिल समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पहला आरोपी रमेश अन्नाद्रमुक नेता और पूर्व मंत्री लॉरेंस के बेटे एंटो स्टालिन की निजी वित्त कंपनी का मैनेजर था।
पुलिस ने कहा कि आरोपी रमेश ने अपनी लिव-इन पार्टनर प्रेमा सुधा और एक दोस्त, सुधाकर, जो एक श्रीलंकाई तमिल है, उसके साथ मिलकर फाइनेंस कंपनी से 30 करोड़ रुपये की ठगी की।
ईओडब्ल्यू की टीम ने कहा कि आरोपियों ने 118 फर्जी कंपनियां बनाकर इन कंपनियों को फाइनेंस कंपनी से कर्ज मुहैया कराया। शुरूआत में 2012 से 2018 तक फाइनेंस कंपनी को ब्याज का भुगतान किया गया लेकिन इसके बाद यह बंद हो गया।
एंटो को संदेह हुआ और लेखाकारों के एक समूह द्वारा ऑडिट किए जाने के बाद, यह पाया गया कि फाइनेंस फर्म से पैसे की ठगी की गई थी और रमेश मुख्य अपराधी था। जहां पुलिस ने रमेश को कुछ महीने पहले गिरफ्तार किया था, वहीं प्रेमा सुधा और श्रीलंका के जाफना की रहने वाली सुधाकर दोनों को बुधवार को ही गिरफ्तार किया गया।
ईओडब्ल्यू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर आईएएनएस को बताया कि, श्रीलंकाई तमिल की मौजूदगी संदिग्ध है और तीनों से पूछताछ करने पर हमें उचित जवाब नहीं मिल सका। अब हम 118 फर्जी कंपनियों और उन मार्गों का अनुसरण कर रहे हैं, जिनका इस्तेमाल इन कंपनियों को रजिस्टर करने में किया जाता है।
अधिकारी ने कहा, हम चेन्नई में भूमिगत रह रहे श्रीलंकाई तमिल की ओर से किसी भी शरारती कृत्य से इंकार नहीं कर रहे हैं। 118 कंपनियों की उचित जांच के बाद ही हम किसी निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं और अब हमें जांच करनी है कि क्या भारत के खिलाफ किसी भी तरह से ठगी के पैसे का इस्तेमाल किया गया।
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Source : IANS