समाज सुधारक और द्रविड़ आंदोलन के संस्थापक पेरियार ई.वी. रामास्वामी या थानथाई पेरियार की मूर्ति को नुकसान पहुंचाने के पर मंगलवार को दो लोगों को नजरबंद किया गया और उन पर गुंडा अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं।
वेल्लोर के अरुण कार्तिक (26) और वी. मोहनराज (28) को 11 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था, जब कोयंबटूर के वेल्लोर में पेरियार की मूर्ति का चेहरा केसर पाउडर से सना हुआ और चप्पलों के साथ माला पहना हुआ पाया गया था।
यह घटना 9 जनवरी को हुई थी और द्रविड़ कजकम (डीके) और थानथाई पेरियार द्रविड़ कड़गम (टीपीडीके) के नेतृत्व में राज्यभर में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए थे।
राज्यभर से अपराधियों को उचित सजा देने की मांग की गई और पुलिस ने दो लोगों को 11 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया और कोयंबटूर केंद्रीय जेल में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पूरे तमिलनाडु में पेरियार की मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ की कई घटनाएं हुई हैं और ज्यादातर मामलों में हिंदू मुन्नानी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।
--आईएएएनएस
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Source : IANS