तमिलनाडु में सत्तारूढ़ ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के दोनों मुख्य गुटों में तमाम कोशिशों के बावजूद सहमति नहीं बन पा रही है।
चेन्नई में मुख्यमंत्री पलानीसामी और पूर्व मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम गुटों के बीच कई घंटों तक बैठक हुई। जहां अंतिम निर्णय पर नहीं पहुंचा जा सका।
पिछले साल दिसंबर में जयललिता के निधन के बाद एआईएडीएमके तीन गुटों में बंट गई थी।
पन्नीरसेल्वम गुट ने एआईएडीएमके के विलय की तीन शर्ते रखी थीं। जिसे पलानीसामी गुट ने लगभग मान लिया है। शर्तों में शशिकला व उनके परिवार के सदस्यों को पार्टी से बाहर रखने, जयललिता के निधन की न्यायिक जांच कराने और जयललिता के आवास को स्मारक में बदलने की बात शामिल है।
कुछ दिन पहले पन्नीरसेल्वम गुट ने एक प्रस्ताव पारित किया, इसमें दिनाकरन की उप महासचिव के रूप में नियुक्ति को अनुचित, अस्वीकार्य व अवैध घोषित किया गया।
इस प्रस्ताव को दिनाकरन ने चुनौती दी। दिनाकरन ने दावा किया कि उसके पास 20 विधायकों का समर्थन है। प्रस्ताव में यह भी कहा गया कि शशिकला की खुद की महासचिव के तौर पर नियुक्ति निर्वाचन आयोग के जांच के घेरे में है।
पलानीसामी गुट का कहना है कि पन्नीरसेल्वम गुट की प्रमुख मांगों को गुरुवार की घोषणा के जरिए पूरा कर दिया गया है। यह अटकलें लगाई जा रही है कि पन्नीरसेल्वम को उप मुख्यमंत्री बनाया जाएगा और उनके गुट के कुछ सदस्यों को मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी।
लेकिन, पन्नीरसेल्वम गुट के सदस्यों ने इसे खारिज कर दिया। पन्नीरसेल्वम गुट के एक नेता ने कहा, 'सरकार पलनीस्वामी के तहत होगी और पार्टी पन्नीरसेल्वम के तहत होगी। पार्टी को एक समन्वय समिति द्वारा चलाया जाएगा।'
कौन है तीनों गुट?
जयललिता के निधन के बाद से एआईएडीएमके में फूट पड़ी थी। पार्टी की महासचिव वी.के. शशिकला के खिलाफ विद्रोह करने वाला पहला गुट पन्नीरसेल्वम का रहा। शशिकला मौजूदा समय में जेल में हैं।
बाद में उभर कर आए दूसरे दो गुटों में मुख्यमंत्री पलनीस्वामी व उप महासचिव टीटीवी. दिनाकरन का गुट है। दिनाकरन शशिकला के भतीजे हैं।
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HIGHLIGHTS
- AIADMK के दोनों गुटों में नहीं बन पाई सहमति, कई घंटों तक हुई बैठक
- जयललिता के निधन के बाद पार्टी में पड़ी थी फूट
Source : News Nation Bureau