तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता के बीमार होने को लेकर राज्य में राजनीति जारी है। मुख्य विपक्षी दल डीएमके ने केंद्र सरकार और राज्यपाल से तमिलनाडु में प्रशासन को ठीक करने के लिये उचित कदम उठाने की मांग की है। डीएमके का कहना है कि मुख्यमंत्री जयललिता के अस्पताल में होने के कारण सरकार दिशाहीन हो गई है।
कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच जारी कावेरी विवाद को लेकर डीएमके प्रमुख एम करुणानिधि ने कहा कि राज्य के किसानों ने नजदीक से देखा है कि केंद्र, राज्य और सुप्रीम कोर्ट ने क्या किया है।
उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि मुख्यमंत्री के अस्पताल में रहने के कारण राज्य सरकार दिशा विहीन हो चुकी है। करुणानिधि ने कहा कि मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में कावेरी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर मंत्री और मुख्य सचिव कोई फैसला लेने में असमर्थ हैं ऐसे में यहां परिस्थिति खराब हो रही है।
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करुणानिधि ने कहा कि तमाम मुद्दों पर सवाल उठाए जा रहे हैं लेकिन सरकार की तरफ से जवाब या कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। जनता चाहती है कि केंद्र सरकार या राज्यपाल सी विद्यासागर राव फैसले लें।
आपको बता दें कि 68 वर्षीय जयललिता को बुखार और डिहाइड्रेशन के चलते बीते 22 सितंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
Source : News Nation Bureau