हथियारों पर नियंत्रण के समझौते को लेकर रूस, चीन से हो रही बात: डोनाल्ड ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हम रूस और चीन तथा किसी अन्य के साथ हथियार पर नियंत्रण के लिए समझौते पर गौर कर रहे हैं

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हम रूस और चीन तथा किसी अन्य के साथ हथियार पर नियंत्रण के लिए समझौते पर गौर कर रहे हैं

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Sushil Kumar
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ईरान के पास कभी नहीं होगा परमाणु हथियार : ट्रंप

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि हथियारों पर नियंत्रण जैसे महत्वपूर्ण समझौते पर अमेरिका, रूस और चीन दोनों के साथ बातचीत कर रहा है. ट्रंप ने सोमवार को व्हाइट हाउस के दक्षिणी लॉन में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम अब हथियारों पर नियंत्रण को लेकर गौर कर रहे हैं. हम चीन, रूस के साथ बातचीत कर रहे हैं.’’उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वे दोनों ऐसा करना पसंद करेंगे क्योंकि हम परमाणु हथियारों के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन अब हम रूस और चीन तथा किसी अन्य के साथ हथियार पर नियंत्रण के लिए समझौते पर गौर कर रहे हैं.’’अमेरिकी राष्ट्रपति रूस के एक संवाददाता के सवालों का जवाब दे रहे थे. हालांकि, उन्होंने उस सवाल का जवाब नहीं दिया कि क्या उन्होंने नयी रणनीतिक शस्त्र न्यूनीकरण संधि को विस्तार देने की मांग की है .

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अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप (Donald Trump) के खिलाफ महाभियोग (Impeachment) की प्रक्रिया शुरू

अमेरिका (America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के खिलाफ महाभियोग (Impeachment) की प्रक्रिया को वोट करने के लिए हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स (House of Representatives - प्रतिनिधि सभा) ने औपचारिक रूप दे दिया है. समाचार एजेंसी एएफपी ने इस बात की पुष्‍टि की है. ट्रंप पर आरोप है कि उन्‍होंने अपने प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन और उनके बेटे के खिलाफ यूक्रेनी गैस कंपनी बुरिश्मा में भ्रष्टाचार के मामले की जांच के लिए यूक्रेन पर दबाव डाला था. अमेरिका की प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पलोसी (Nancy Palocy) ने राष्ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप (Donald Trump) के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू करने के घोषणा की. हालांकि राष्‍ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है.

निचले सदन में ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी रिपब्लिकन के बहुमत वाले सीनेट से इसका पास होना मुश्किल है. महाभियोग पास कराने के लिए सीनेट में 20 रिपब्लिकन सांसदों की जरूरत होगी, जो अपने राष्ट्रपति का ही विद्रोह करें. ऐसा होना नामुमकिन है. रिपब्‍लिकन पार्टी के सांसद शायद ही अपने दल के राष्‍ट्रपति के खिलाफ महाभियोग के समर्थन में वोटिंग करें.

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