संयुक्त राष्ट्र के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार कुछ मानवीय कार्यों में महिलाओं को काम करने की अनुमति देने के लिए नए नियम बनाने की योजना बना रही है।
बीबीसी से बात करते हुए मानवीय मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र के अवर महासचिव मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा कि उन्हें काबुल में वार्ता के दौरान तालिबान मंत्रियों से सकारात्मक व उत्साहजनक जवाब मिला।
ग्रिफिथ्स ने कहा, यह याद रखा जाना चाहिए कि इस साल अफगानिस्तान में दुनिया में अब तक का सबसे बड़ा मानवीय सहायता कार्यक्रम है।
संयुक्त राष्ट्र के एक शीर्ष अधिकारी ने बीबीसी को बताया कि इस साल एजेंसियां 2.8 करोड़ अफगानों तक पहुंचने की कोशिश करेंगी, जो आधी से ज्यादा आबादी है, इनमें से 60 लाख लोग अकाल का सामना कर रहे हैं।
इस हफ्ते ग्रिफिथ्स ने काबुल में तालिबान सरकार के वरिष्ठ नेताओं के साथ अफगान महिलाओं को सहायता संगठनों के साथ काम करने पर प्रतिबंध लगाने के आदेश के बारे में कई बैठकें की हैं।
उन्होंने कहा, हमें महिलाओं और लड़कियों को सुनने की जरूरत है। दुनिया भर में सभी मानवीय कार्यों में महिलाएं और लड़कियां सबसे कमजोर हैं।
ग्रिफिथ्स ने बताया कि तालिबान नेताओं ने मुझे बताया कि वे महिलाओं के कार्य करने के संबंध में नियत समय में नए दिशानिर्देश जारी करेंगे।
ग्रिफिथ्स की काबुल यात्रा पिछले सप्ताह संयुक्त राष्ट्र की सेकंड-इन-कमांड अमीना मोहम्मद की यात्रा के बाद हो रही है।
गौरतलब है कि कई सहायता एजेंसियां, जो अपनी अफगान महिला कर्मचारियों पर बहुत अधिक भरोसा करती हैं, पहले ही अपने कार्यों को स्थगित कर चुकी हैं।
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Source : IANS