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कुख्यात आतंकी एजाज अहंगर को तालिबान ने जेल से किया रिहा, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट 

सीमाओं पर तैनात होने वाले सुरक्षा बलों को तालिबान से निपटने के लिए खास तरह की ट्रेनिंग भी दी जा रही है. 

Updated on: 20 Sep 2021, 07:47 AM

नई दिल्ली:

अफगानिस्तान में तालिबान के शासन के बाद से भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए सुरक्षा बढ़ गई हैं. अमेरिका के सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान ने जेल में बंद कैदियों को बाहर निकाल दिया. इन कैदियों में कई खूंखार आतंकी भी शामिल हैं. जानकारी मिली है कि अफगानिस्तान की जेल में बन्द ISKP के एक और कुख्यात आतंकी एजाज अहंगर को जेल से मुक्त करवाया गया है. इसके बाद से भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं. एजाज अहंगर को खूंखार आतंकी माना जाता है. यह आतंकी जम्मू कश्मीर में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ लड़ता रहा है और आतंकी घटनाओं में शामिल रहा है. यह आतंकी मूल रूप से यह POK का रहने वाला है लेकिन बीच बीच मे इसमें जम्मू कश्मीर में भी घुसपैठ की और कश्मीर की आजादी के लिए लड़ता रहा है.

ISI की शह पर रिहा
गौरतलब है कि ISKP के तत्कालीन चीफ हुजैफा पाकिस्तान के ड्रोन हमले मे मारे जाने के बाद ISKP की कमान भारत के खिलाफ़ आतंकी वारदात को अंजाम देने खासकर जम्मू कश्मीर में असलम फारुखी ISKP चीफ जिसे भी अफगानिस्तान की जेल बगराम से रिहा कराया गया. हाल में तालिबान ने ISKP के आतंकी एजाज अहंगर को पाकिस्तान, ISI की शह पर रिहा करवाया है.

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देश की सुरक्षा एजेंसियों को पाकिस्तान की इन साजिशों का इनपुट मिला था. इस बेहद गोपनीय इनपुट्स के आधार पर यह सामने आया था कि तालिबान जम्मू कश्मीर में अपने पैर पसारने की कोशिश में जुटा हुआ है. तालिबान की मदद के लिए पाकिस्तान की सरकार और उसकी खुफिया एजेंसी ने एक प्लान भी तैयार किया. भारत अब तालिबान पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं. भारत पूरी तरह से सतर्क है और अब देश की सीमाओं पर तैनात होने वाले सुरक्षा बलों को तालिबान से निपटने के लिए खास तरह की ट्रेनिंग भी दी जा रही है.

इस प्लान मे आतंकी संगठन ISKP यानी इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस की आड़ में एक बार फिर भारत में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की साजिश रची जा रही है। बात दे की पाकिस्तान ISI ने औऱ तालिबान ने इसके लिए बाकायदा ISKP में मौजूदा चीफ असमल फारुखी को अफगानिस्तान की बगराल जेल जेल से रिहा करवाया है. इस वक्त तालिबान में कई अलग अलग तंजीमें हार्ड कोर लड़ाकू के तौर पर तैयार हो चुकी है जो ISKP और पाकिस्तान ISI के लगातार संपर्क मे है और टारगेट जम्मू कश्मीर में अपना बेस बनाने की कोशिश की जा रही है.