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इमरान खान और डोनाल्ड ट्रंप (File)
डर! खौफ!.दहशत!तबाही! इन सभी अल्फाजों के मायने तकरीबन एक ही हैं,लेकिन इमरान खान (Imran Khan) के अंदर ये अल्फाज अलग अलग शक्ल, अलग अलग मायने लेकर आ रहे हैं. इमरान खान (Imran Khan) खान की हालत ऐसी हो गई है कि आंखें बंद करते हैं तो भारतीय सेना का बारूदी दम नजर आता है और आंखें खोलते हैं तो दुनिया में मोदी (PM Narendra Modi) और भारत का बढ़ता कद और कुव्वत नजर आती है.
कश्मीर पर हर दांव नाकाम होने से इमरान खान (Imran Khan) ऐसा बौखलाए कि जुबान से निकल गया पाकिस्तान के डर का सच. एक महीने के अंदर दूसरी बार इमरान खान (Imran Khan) ने साफ कबूला है कि पाकिस्तानी फौज किसी हाल में भारत के साथ जंग नहीं जीत सकती. इमरान खान (Imran Khan) ही नहीं इतिहास भी बयां करता है कि भारत से जंग पाकिस्तान को कितनी महंगी पड़ी है.
- 1947-48 में पाकिस्तानी फौजियों को भारत के शूरवीरों ने कश्मीर से खदेड़ दिया था
- 1965 में हिंद के बहादुर लाहौर तक पहुंच गए थे
- 1971 में पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए गए थे
- 1999 में करगिल में पाकिस्तानी साजिश को जमींदोज कर दिया गया था
ये सच इमरान खान (Imran Khan) ही नहीं बल्कि पाकिस्तान की नापाक फौज भी जानती है.कि हिन्दुस्तान से किसी भी किस्म की जंग पाकिस्तान को सिर्फ और सिर्फ तबाही ही दे सकती है. इमरान खान (Imran Khan) खान ने सच कबूला तो लेकिन अब देर हो चुकी है.आतंक को लेकर पाकिस्तान बेपर्दा हो चुका है.पूरी दुनिया में इमरान खान (Imran Khan) और पाकिस्तान की फजीहत हो रही है.और नया हिन्दुस्तानृ हर नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब दे रहा है.
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पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक. बालाकोट पर एयरस्ट्राइक. कश्मीर में आतंकियों का काम तमाम. कुछ इस तरह मोदी (PM Narendra Modi) सरकार ने पाकिस्तान के आतंकी जहर को मुंहतोड़ जवाब दिया.इस बारूदी जवाब से पाकिस्तान अंदर तक हिल गया.रही सही कसर मोदी (PM Narendra Modi) की कूटनीति और विदेश नीति ने पूरी कर दी.सुपरपावर अमेरिका तक ने मान लिया.कि आतंक के खिलाफ मोदी (PM Narendra Modi) ने जो किया.वो सही था.सटीक था
अमेरिका में मोदी (PM Narendra Modi) और इमरान खान (Imran Khan) दोनों तकरीबन साथ साथ पहुंचे.लेकिन तस्वीरें इन दोनों नेताओं के कद औऱ कुव्वत के बीच जमीन आसमान के फर्क को बयां करती गईं. जब मोदी (PM Narendra Modi) पहुंचे थे तो उन्हें रिसीव करने के लिए पूरा लाव लश्कर मौजूद था.जब इमरान खान (Imran Khan) पहुंचे तो कोई बड़ा अमेरिकी प्रतिनिधि उन्हें रिसीव करने नहीं आया.मोदी (PM Narendra Modi) के कार्यक्रम में खुद राष्ट्रपति ट्रंप ने पहुंचकर भाषण दिया तो इमरान खान (Imran Khan) के साथ प्रेस कांफ्रेस में ट्रंप ने पाकिस्तानी पत्रकारों को ही लताड़ दिया.
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मोदी (PM Narendra Modi) ने आतंकवाद को दुनिया की सबसे बड़ी मुश्किल करार दिया था.और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कह दिया.जब तक आतंक है तब तक बात नहीं होगी. अमेरिका में मोदी (PM Narendra Modi) के हल्लाबोल से इमरान खान (Imran Khan) खान मानों होश खो बैठे.और कर गए बड़ी कूटनीतिक भूल. इमरान खान (Imran Khan) खान का दुनिया ने साथ छोड़ दिया.
इमरान खान (Imran Khan) खान ने ये बयान देकर अपने ही पांव पर कुल्हाड़ी मारी है.पहले से ही आतंक को लेकर पाकिस्तान दुनिया के टारगेट पर है और दुनिया के देशों को यूं कटघरे में खड़ा कर इमरान खान (Imran Khan) ने पाकिस्तान की बची खुची औकात पर भी ताला मार दिया है
कुछ इस तरह अमेरिका में इमरान खान (Imran Khan) हुए बेइज्जत
एक पाकिस्तानी रिपोर्टर ने ही इमरान खान (Imran Khan) को भिखारी करार दे दिया.तिलमिलाए इमरान खान (Imran Khan) ने जवाब दिया.कि कभी,.किसी से भी.भीख नहीं मांगी.तो क्या वाकई ऐसा है या इमरान खान (Imran Khan) ने भीख पर कोरा झूठ बोला. इमरान खान (Imran Khan) जिस विमान से अमेरिका आए वो सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस का था. अमेरिका आने से पहले इमरान खान (Imran Khan) सरकार ने FATF से ब्लैकलिस्ट ना करने की फरियाद की थी.या यूं कहें कि भीख मांगी थी. सऊदी अऱब, यूएई, चीन, मलेशिया से इमरान खान (Imran Khan) आर्थिक मदद की भीख मांग चुके हैं. बांध बनाने के नाम पर इमरान खान (Imran Khan) ने दुनिया भर के पाकिस्तानियों तक से भीख मांगी थी.
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पिछले एक साल के दौरान मियां इमरान खान (Imran Khan) के हाथों में सिर्फ भीख का कटोरा नजर आया है.और इमरान खान (Imran Khan) कहते हैं कि भीख नहीं मांगते.खैर झूठ बोलना.इमरान खान (Imran Khan) और पाकिस्तान की पुरानी आदत जो है.लेकिन ना तो झूठ से इमरान खान (Imran Khan) को पैसे की भीख मिली और ना इज्जत की.हाउडी मोदी (Howdy Modi) में मोदी (PM Narendra Modi) और ट्रंप की दोस्ती ने पाकिस्तान में इमरान खान (Imran Khan) को कठघरे में खड़ा कर दिया.
इमरान खान (Imran Khan) खुद भी समझ चुके हैं कि वो फेल हो चुके हैं, नाकाम हो चुके हैं. इमरान खान (Imran Khan) खुद कबूलते हैं कि हालात ऐसे हैं जो दिल का दौरा ला दें. इमरान खान (Imran Khan) खान की ये हालत देख जुबान से बस इतना ही निकलता है.बेइज्जत हैं.कंगाल हैं.मियां इमरान खान (Imran Khan) के तो बड़े बुरे हाल हैं.
इमरान खान (Imran Khan) को ट्रंप ने दिया लॉलीपॉप
इमरान खान (Imran Khan) खान को अमेरिका में किस तरह घुमा फिराकर फंसा दिया गया.जाल बुनने निकले इमरान खान (Imran Khan) कैसे खुद जाल में फंसे.ये आपको ट्रंप के इस बयान से पता चल जाएगा. ट्रंप ने मध्यस्थता की तमन्ना जाहिर की.जो पाकिस्तान चाहता है.लेकिन दोनों देशों के नेताओं पर बात छोड़कर पल्ला झाड़ लिया.जो भारत चाहता है. अब समझिए कि आखिर ट्रंप क्यों इमरान खान (Imran Khan) खान का लल्लू बना रहे हैं.इसकी दो वजह हैं. पहला अफगानिस्तान और दूसरा ईरान. दोनों ही देशों से पाकिस्तान की सरहदें लगती हैं.
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अफगानिस्तान में अमेरिका तालिबान को कमजोर करना चाहता है.वो तालिबान जिसके ऊपर पाकिस्तान का हाथ है तो ईरान से जारी तनातनी में पाकिस्तान के जरिए अमेरिका अपना पक्ष ऊपर रखना चाहता है. तालिबान पर तो कुछ नहीं हुआ.लेकिन ईरान पर जो लॉलीपॉप ट्रंप ने फेंकी.वो इमरान खान (Imran Khan) ने पकड़ी और ट्रंप के दांवपेच में जा फंसे. इमरान खान (Imran Khan) खुद कहते हैं, " राष्ट्रपति ट्रंप ने मुझसे पूछा क्या पाकिस्तान ईरान के साथ तनातनी में मध्यस्त की भूमिका निभा सकता है या कोई समाधान निकाल सकता है । ट्रंप से बात होने के फौरन बाद मैंने हसन रूहानी को फोन किया । इस वक्त मैं ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा लेकिन ये जरूर कहूंगा कि ईरान के मुद्दे को लेकर हम तनाव कम करने की कोशिशों में जुटे हैं"
- ये वही ट्रंप हैं जिन्होंने जुलाई 2019 में पाकिस्तान को दी जाने वाली 3 बिलियन डॉलर की मदद पर रोक लगाई थी
- ये वही ट्रंप हैं जिन्होंने बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारतीय पक्ष का समर्थन किया था
- ये वहीं ट्रंप हैं जिनके मंत्री ने पाकिस्तान जाकर पाकिस्तान को आतंक पर फटकारा था
लेकिन इमरान खान (Imran Khan) ऐसे फंसे कि वो पाकिस्तान को कठघरे में खड़ा करने वाले ट्रंप के हुक्म की ही तामील करते नजर आ रहे हैं.चाहे सामरिक नीति हो.आर्थिक नीति हो या विदेश नीति हो. खुद को तब्दीली खान कहने वाले इमरान खान (Imran Khan) पाकिस्तान के लिए बन गए तबाही खान.
HIGHLIGHTS
- खुद को तब्दीली खान कहने वाले इमरान खान (Imran Khan) पाकिस्तान के लिए बन गए तबाही खान
- इमरान खान (Imran Khan) खान की हॉरर स्टोरी, टेरर से हॉरर तक पहुंचे इमरान खान (Imran Khan)
- अमेरिका में इमरान खान (Imran Khan) का सच से सामना, बाजवा का डर जुबान पर आया
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो