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तालिबान ने 20 साल तक पाक को पनाहगाह के रूप में इस्तेमाल किया, यह बड़ा मुद्दा : अमेरिकी जनरल

तालिबान ने 20 साल तक पाक को पनाहगाह के रूप में इस्तेमाल किया, यह बड़ा मुद्दा : अमेरिकी जनरल

Updated on: 01 Oct 2021, 01:10 PM

नई दिल्ली:

अमेरिकी ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ जनरल मार्क मिले ने अफगानिस्तान में अमेरिकी उपस्थिति के 20 वर्षो के दौरान तालिबान के पाकिस्तान में छिपे रहने की कथित क्षमता को एक प्रमुख रणनीतिक मुद्दा बताया।

उन्होंने अमेरिकी सीनेट समिति से कहा, पानाहगाह के रूप में पाकिस्तान के साथ प्रभावी ढंग नहीं निपटा गया, जो एक प्रमुख रणनीतिक मुद्दा है जिसे हमें वास्तव में उजागर करना होगा।

जनरल मिले ने मंगलवार को सीनेट की सुनवाई में भी इसी तरह की मांग करते हुए कहा, हमें पाकिस्तान के पानाहगाह की भूमिका की पूरी तरह से जांच करने की जरूरत है।

डॉन न्यूज की रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी सेना प्रमुख ने अमेरिकी सांसदों को सूचित किया है कि अफगानिस्तान में नुकसान 20 साल के गलत फैसलों और खराब योजना का एक संचयी प्रभाव था और यह किसी एक कारक के कारण नहीं था, जिसमें कि तालिबान का पाकिस्तान में कथित पनाहगाह भी शामिल है।

बुधवार को हाउस आम्र्ड सर्विसेज कमेटी के समक्ष अपनी नवीनतम गवाही में, शीर्ष अमेरिकी जनरलों ने 15 अगस्त को काबुल के आसानी से तालिबान के कब्जे में आने के पीछे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के समझौते को भी दोषी ठहराया।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.