जेल जाने से पहले एआईएडीएमके प्रमुख शशिकला ने नई चाल चलते हुए ई पलानिसामी को विधायक दल का नेता चुना है। इतना ही नहीं पन्नीरसेल्वम को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता खत्म करने का भी ऐलान कर दिया है।
शशिकला किसी भी कीमत पर बगावत कर चुके कार्यकारी सीएम ओ पन्नीरसेल्वम के हाथ में सत्ता नहीं जाने देना चाहतीं। यही कारण है कि कोर्ट के आदेश के बाद गिरफ्तारी की तलवार लटकने के बावजूद वह रिजॉर्ट में ठहरे विधायकों के साथ बैठक करने लगीं।
मीटिंग के दौरान उन्होंने आगे की रणनीति तय की और पलानिसामी को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। पलनिसामी जयललिता के बेहद करीबी माने जाते हैं।
पलानिसामी तमिलनाडु के पश्चिमी क्षेत्र के बड़े नेता माने जाते हैं। ऐसे में देखना है कि क्या सभी विधायक उन्हें अपना समर्थन देते हैं या टूटकर पन्नीरसेल्वम के खेमें में जाते हैं।
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मीटिंग में शशिकला के वफादार विधायकों के अलावा परिवार के सदस्य भी शामिल हुए। इनमें जयललिता के भतीजे दीपक जयकुमार भी शामिल हुए। माना जा रहा है कि शशिकला पहले उन्हें ही विधायक दल का नेता चुनकर सीएम कैंडिडेट बनाना चाहती थीं।
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सूत्रों ने बताया कि पन्नीरसेल्वम खेमे को कमजोर करने के लिए शशिकला ने दीपक के जरिए इमोशनल कार्ड खेलने का फैसला किया था। हालांकि, दीपक ने प्रस्ताव को ठुकरा दिया, जिसके बाद पलानीसमी को विधायक दल का नेता चुना गया।
Source : News Nation Bureau