निजामुद्दीन स्थित मरकज तबलीगी जमात प्रबंधन (Tablighi Jamat Management) के खिलाफ मामला दर्ज होते ही मंगलवार को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की चाल तेज हो गयी. मामले की जांच भले ही दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा कर रही हो, मगर एफआईआर दर्ज होती ही जिलों की भी पुलिस हरकत में आ गयी. जिला पुलिस को डर यह सता रहा है कि, जिस थाने के इलाके में तबलीगी जमात से जुड़े लोग पकड़े जायेंगे, उस थानेदार की नौकरी भी दांव पर लग सकती है. लिहाजा क्राइम ब्रांच छापे मारी शुरू करती उससे पहले ही थाने की पुलिस काम पर लग गयी.
थाना पुलिस की तेज चाल का ही नतीजा था जो, चंद घंटों में मंगलवार को उत्तर पश्चिमी दिल्ली के दो अलग अलग थाना क्षेत्रों में पुलिस ने 15 विदेशी लोग खोज लिये. दिल्ली पुलिस मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक, "दोपहर के वक्त भारत नगर पुलिस ने संगम पार्क इलाके में दो मकानों पर छापा मारा. दोनो मकान पास-पास ही स्थित हैं. दोनो मकानों से 10 लोग पुलिस ने पकड़े. इनमें 8 विदेशी थे. यह सभी विदेशी मूल के नागरिक किर्गिस्तान के रहने वाले हैं. इन सभी को क्वारंटाइन कर दिया गया है."
पुलिस ने मौके से उन इन आठ विदेशियों के साथ 2 अन्य लोग भी पकड़े. यह दोनो इन आठ विदेशियों के खान-पान का इंतजाम कर रहे थे. भारत नगर थाना पुलिस के सूत्रों मुताबिक, "इन आठ विदेशियों को छिपाने के आरोपी दो लोगों की तलाश में छापे मारे जा रहे हैं. इनका नाम आसपास के लोगों ने जमील और अख्तर बताया है. जिन मकानों में विदेशी छिपे मिले इन मकानों में जमील और अख्तर ने ही इन आठों को ठहरवाया था."
उत्तर पश्चिमी दिल्ली जिले के भारत नगर थाना पुलिस के मुताबिक, "पकड़े गये विदेशियों ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि वे निजामुद्दीन स्थित मरकज तबलीगी जमात में कुछ दिन रुके थे. जब उन्हें किर्गिस्तान वापस जाना था तो उनकी फ्लाइट छूट गयी. 15-16 तारीख में भी दुबारा वापसी का जुगाड़ नहीं हुआ. तब तक 18 मार्च को हिंदुस्तानी पीएम ने रात को बदतर हालातों की घोषणा कर दी. लिहाजा यह आठ लोग निजामुद्दीन इलाका छोड़कर किसी मसजिद में वक्त काटने के इरादे से भारत नगर थाना क्षेत्र में 19 मार्च को पहुंच गये. चूंकि मसजिद बंद थी लिहाजा इनके ठहरने का इंतजाम जमील और अख्तर ने किया."
थाना सूत्रों के मुताबिक सभी के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. सूचना मिलते ही मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी पहुंच गयीं. सभी आठ को तत्काल क्वारंटाइन कर दिया गया है.
दूसरे मामले में मंगोलपुरी इलाके में भी 7 विदेशी पुलिस को मंगलवार शाम के वक्त मिल गये. यह सभी इंडोनेशिया के मूल निवासी हैं. इन सबके बारे में भी इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि यह सब भी मरकज तबलीगी जमात में ठहरे थे. बाद में अचानक कोरोना के चलते हालात बदले तो यह भी मंगोलपुरी इलाके में आकर चुपचाप रहने लगे थे. ये लोग अपने देश जा पाते उससे पहले ही इन जैसे कोरोना संदिग्धों की तलाश में दिल्ली पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी. सातों विदेशियों ने भी पुलिस पूछताछ में कबूल लिया है कि वे, मंगोलपुरी इलाके में छिपकर रह रहे थे. मंगलवार देर रात खबर लिखे जाने तक पुलिस इन्हें शरण देने वालों की तलाश में जुटी थी.
Source : IANS