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'नौटंकी' जारी है तबलीगी जमात प्रमुख मौलाना साद की, नोटिसों के बाद भी मांग रहे एफआईआर कॉपी

लोगों को बरगलाने वाले निजामुद्दीन मरकज (Nijamuddin Markaz) के सर्वेसर्वा मौलाना मोहम्मद साद (Maulana Saad) की 'नौटंकी' अब भी जारी है.

Updated on: 18 Apr 2020, 07:10 AM

highlights

  • निजामुद्दीन मरकज के सर्वेसर्वा मौलाना मोहम्मद साद की 'नौटंकी' अब भी जारी है.
  • मौलाना ने अब दिल्ली पुलिस को पत्र लिख एफआईआर की कॉपी देने की मांग की.
  • सामने आए एक और ऑडियो में सरकार पर वार करते हुए नजर आ रहे हैं मौलाना.

नई दिल्ली:

इस्लाम की पवित्र कुरान (Quran) की मनमानी व्याख्या कर तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के लोगों को बरगलाने वाले निजामुद्दीन मरकज (Nijamuddin Markaz) के सर्वेसर्वा मौलाना मोहम्मद साद (Maulana Saad) की 'नौटंकी' अब भी जारी है. कोरोना लॉकडाउन (Corona Virus) दिल्ली क्राइम ब्रांच के कई नोटिसों के बावजूद सामने नहीं आने वाले मौलाना साद ने अब दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर एफआईआर (FIR) की कॉपी देने की मांग की है, तुर्रा यह है कि पुलिस से छिपे-छिपे फिर मौलाना साद ने कहा है कि वह जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं. इस बीच उनका एक और ऑडियो वायरल हो रहा है. इसमें मौलाना ने सरकार को छिपे शब्दों में फिर से ललकारा है.

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खुद ही बोला जांच में हूं शामिल
जांच से जुड़े क्राइम ब्रांच के सूत्र के मुताबिक साद ने 16 अप्रैल को पुलिस को लिखे पत्र में कहा, '31 मार्च को मेरे खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर में मैं एक व दो अप्रैल को दो नोटिसों का जवाब देकर जांच में शामिल हुआ हूं.' सूत्र ने आगे कहा कि साद ने पुलिस को उसके खिलाफ दर्ज एफआईआर की प्रति साझा करने को कहा है और साथ ही कहा है कि अगर एफआईआर में कोई नया खंड (सेक्शन) जोड़ा गया है तो उसे इसके बारे में सूचित करें. सूत्र के अनुसार साद ने यह भी कहा कि वह जांच में सहयोग करने के लिए तैयार है.

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गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज है
साद ने पत्र में लिखा है, 'मैं यह दोहराता हूं कि मैं हमेशा आपके द्वारा की जा रही जांच में सहयोग करने को तैयार हूं.' दिल्ली पुलिस ने साद और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 269, 270, 271 और 120-बी के तहत मामला दर्ज किया है. इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने बुधवार को साद के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के मामले में धारा 304 भी जोड़ी थी, जो कि हत्या के किसी भी मामले की दूसरी सबसे बड़ी धारा है. इसके बाद अब साद को जमानत मिलनी भी मुश्किल है.

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एक और ऑडियो में सरकार को ललकार
इस बीच मौलाना साद का नया ऑडियो सामने आया है. जिसमें सरकार पर वार करते हुए नजर आ रहे हैं. कानूनी कार्रवाई में फंसे मौलाना साद ऑडियो में कह रहे हैं, 'आपके पास धैर्य का होना बेहद जरूरी है. धैर्य से ही आप अपनी परेशानी का समाधान पा सकते हैं. परेशानी दो तरह की है. पहला जो आपके अंदर है और दूसरा बाहर.' वह आगे कहते हैं, 'शासक का काम होता है कि वो अपने अनुयायियों को आगे लाने के लिए प्रोत्साहित करें, लेकिन वे मुकाबले की बात कर रहे हैं. इससे दूरियां बढ़ेंगी. इस्लाम के मुताबिक सरकार लोगों के अधिकारों को दबा रही है.'

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ऑडियो से लगातार संपर्क में हैं जमातियों से
मौलाना साद सरकार को निशाने पर लेते हुए कह रहे हैं कि यह तरीका ठीक नहीं है. क्योंकि अगर आप उनके साथ संघर्ष करते हैं, तो उन्हें लगता है कि आप उनसे बदला ले रहे हैं और अगर आप उनका समर्थन करते हैं, तो वो मानते हैं कि हमने उनके सामने घुटने टेक दिए. गौरतलब है कि महामारी रोग अधिनियम के मानदंडों का घोर उल्लंघन करने के लिए दोषी ठहराए जाने के बाद साद का कहना है कि वह खुद से ही एकांतवास में है. जांच एजेंसियों के अनुसार, तबलीगी जमात का प्रमुख साद ऑडियो संदेशों के माध्यम से जमात से जुड़े लोगों के साथ लगातार संपर्क में है.

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रोक के बावजूद किया जलसा
गौरतलब है कि मौलाना साद व कई अन्य लोगों के खिलाफ पिछले महीने दक्षिण दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में एक धार्मिक सभा आयोजित करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. उसके समेत अन्य पर आरोप है कि राष्ट्रीय राजधानी में धारा-144 लागू होने के बावजूद निजामुद्दीन मरकज में हजारों जमातियों को जुटाया गया. यही नहीं, बाद में जमातियों की जानकारी भी दिल्ली पुलिस से छिपाई गई. नतीजतन कोरोना संक्रमित जमाती देश के कोने-कोने में फैल गए और अब कोरोना बम साबित हो रहे हैं.