logo-image

सितंबर तक होगा स्विस बैंकों में जमा भारतीयों के कालेधन का खुलासा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जनवरी 2018 में दोनों देशों के बीच हुए ऑटोमेटिक एक्सचेंज ऑफ इंफार्मेशन समझौते के तहत यह जानकारी मिलने वाली है. जानकारी के मुताबिक दोनों देशों के बीच बैंकिंग सूचनाओं का आदान-प्रदान करने के लिए जरूरी प्रक्रियाएं पूरी हो गई हैं.

Updated on: 10 Jul 2019, 03:15 PM

नई दिल्ली:

अगर किसी भारतीय ने स्विस बैंकों (Swiss banks) में अपना कालाधन जमा किया है. तो उनके लिए ये खबर बहुत ही महत्वपूर्ण है. दरअसल, सितंबर से पहले स्विस बैंकों के खातों में जमा भारतीयों के रकम की जानकारी मिलना शुरू हो जाएगी. भारत और स्विट्जरलैंड के बीच बैंकिंग इंफार्मेशन एक्सचेंज के पहले चरण के तहत यह जानकारी भारत को मुहैया होगी. हालांकि इसके लिए 30 सितंबर की डेडलाइन तय की गई है.

यह भी पढ़ें: Sovereign Gold Bond Scheme: नरेंद्र मोदी सरकार की इस स्कीम से सस्ते में सोना खरीदने का सुनहरा मौका

जनवरी 2018 में दोनों देशों में हुआ था समझौता
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जनवरी 2018 में दोनों देशों के बीच हुए ऑटोमेटिक एक्सचेंज ऑफ इंफार्मेशन समझौते के तहत यह जानकारी मिलने वाली है. जानकारी के मुताबिक दोनों देशों के बीच बैंकिंग सूचनाओं का आदान-प्रदान करने के लिए जरूरी प्रक्रियाएं पूरी हो गई हैं. उम्मीद की जा रही है कि 30 सितंबर से दोनों देशों में बैंकिंग से जुड़ी जानकारियां साझा की जाने लगेंगी.

यह भी पढ़ें: DDA Housing Scheme 2019: खुशखबरी, DDA दे रहा है सस्ते दुकान और ऑफिस का ऑफर, पढ़ें पूरी डिटेल

स्विटजरलैंड वित्त मंत्रालय के मुताबिक सैकड़ों भारतीयों के खातों की जानकारी भारत के साथ साझा की जाएगी. उनका मानना है कि इस प्रक्रिया से दोनों देशों के रिश्तों में सुधार आएगा. वहीं भारत के जानकारों का कहना है कि भारत इन सूचनाओं को प्राप्त करने के लिए तैयार है.

यह भी पढ़ें: Savings Account पर कौन सा बैंक दे रहा है सबसे ज्यादा ब्याज, देखें टॉप 15 लिस्ट

इसके अलावा यहां पर सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. जानकारी के मुताबिक स्विस बैंकों के आंकड़ों को देश में खाताधारक द्वारा भरे गए टैक्स रिटर्न से मिलाया जाएगा. साथ ही आंकड़ों में गड़बड़ी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.