उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि राजस्व गांव में पांच-पांच महिलाओं को दी जा रही पानी की गुणवत्ता जांच की ट्रेनिंग हर हाल में 30 जुलाई तक पूरी कर ली जाए।
जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सोमवार को नामामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के गोमतीनगर स्थित कार्यालय में समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्देश दिए। वे यहां राज्य में पानी की जांच का प्रशिक्षण देने वाले संगठनों के प्रतिनिधियों की समीक्षा बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे थे। बैठक में विभाग के राज्य मंत्री राज्य मंत्री रामकेश निषाद, नामामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।
जलशक्ति मंत्री ने सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से कई सवाल किये। जैसे वो ट्रेनिंग कैसे कराते हैं, कितने-कितने बैच में ट्रेनिंग दी जाती है, विषय क्या रहते हैं। विभाग की ओर से आपकी समीक्षा होती है या नहीं। जलशक्ति मंत्री ने बैठक में उपस्थित प्रतिनिधियों से कहा कि आपको पसीना बहाना है, अगर पसीना नहीं बहा सकते हैं तो पहले ही बता दीजिये। उन्होंने कहा कि हम राष्ट्र के लिए काम कर रहे हैं। 50 साल के जीवन को आप बचाने जा रहे हैं कोई अहसान नहीं कर रहे हैं। जलशक्ति मंत्री ने कहा कि हमको जन-जन तक शुद्ध पानी व्यवस्थित रूप से पहुंचाना है।
जलशक्ति मंत्री ने संस्था के प्रतिनिधियों को निर्देश दिये कि अब से ट्रेनिंग देने वाली संस्थाएं एक सप्ताह पहले विभाग को ट्रेनिंग की तिथि, प्रशिक्षण के सबजेक्ट, प्रशिक्षण के समय का पूरा चार्ट भेजेंगे। ट्रेनिंग के उदघाटन और समापन में एक जनप्रतिनिधि और एक स्थानीय अधिकारी मौजूद रहेंगे। विभाग के अधिकारी ट्रेनिंग देने वालों से वर्चुअल जुड़ेंगे।
जलशक्ति मंत्री ने कहा कि जहां ट्रेनिंग प्रोग्राम हो रहा है वहां इस बात का ध्यान रखा जाये कि दरी, पंखा अवश्य रहे। संगठन 200 महिलाओं को दिये जा रहे प्रशिक्षण के उद्घाटन और समापन सत्र का वीडियो व्हाट्सएप पर विभाग को भेजेंगे। जलशक्ति मंत्री ने कहा कि वो किसी भी दिन अचानक वीडियो देख सकते हैं
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Source : IANS