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Swami Vivekananda Thoughts: स्वामी विवेकानंद के 10 विचार, जो बदल देंगे आपकी जिंदगी 

Swami Vivekananda Thoughts: स्वामी विवेकानंद एक महान योगी, धार्मिक नेता, और विचारक थे जो भारतीय समाज को जागरूक करने वालों में से थे. उनके विचार भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिकता को बढ़ावा देने का प्रयास करते हैं

Updated on: 13 Jan 2024, 11:06 AM

New Delhi:

Swami Vivekananda Thoughts: स्वामी विवेकानंद एक महान योगी, धार्मिक नेता, और विचारक थे जो भारतीय समाज को जागरूक करने वालों में से थे. उनके विचार भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिकता को बढ़ावा देने का प्रयास करते हैं. स्वामी विवेकानंद विश्वभर में अपने भाषण में भारतीय सांस्कृतिक विरासत और धर्म की महत्वपूर्णता को प्रस्तुत करने के लिए मशहूर हुए. उनका जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था और उनका नाम नरेन्द्रनाथ था, जिन्होंने बाद में संत स्वामी विवेकानंद के रूप में प्रसिद्धि पायी. उन्होंने शिक्षा को सिर्फ पुस्तकों से ही नहीं, बल्कि जीवन से भी सीखने की महत्वपूर्णता बताई. उनका योगदान भारतीय समाज के सुधार और समृद्धि में महत्वपूर्ण रहा है. उन्होंने भारतीय समाज को जागरूक किया और उन्होंने उसे आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेरित किया. स्वामी विवेकानंद ने विभिन्न धर्मों के बीच एकता और समरसता का संदेश दिया और उन्होंने बताया कि सभी धर्म समान हैं और वे सभी एक ही दिव्यता की ओर बढ़ते हैं. स्वामी विवेकानंद के विचारों और उनके योगदान के कारण उन्हें भारतीय समाज और विश्वभर में एक महान व्यक्ति के रूप में याद किया जाता है. आइए जानते हैं उनके ऐसे 10 विचार जो आपके जीवन पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं. 

अठारह वर्ष का युवा:

"अठारह वर्ष की आयु में आपका मस्तिष्क जब तक उत्साहशील और उत्कृष्ट होता है, तब तक आपको सभी क्षेत्रों में उद्दीपन करना चाहिए."

आपका मन महाशक्तिशाली है:

"आपका मन वहां है जहां आपका ध्यान है."

योग का महत्व:

"योग से ही मनुष्य अपने विशेषता में विकसित हो सकता है और अपनी ऊर्जा को नियंत्रित कर सकता है."

जीवन का लक्ष्य:

"आपका लक्ष्य वही होना चाहिए जिसे पूरी दुनिया बदलने का उद्देश्य मिले."

सच्चा धर्म:

"सच्चा धर्म आत्मा को जागरूक करने का है, आत्मा को जानने का है और आत्मा के माध्यम से परमात्मा को पहचानने का है."

सेवा का महत्व:

"व्यक्ति का सबसे बड़ा धर्म सेवा करना है."

सही दिशा में ऊर्जा:

"ऊर्जा को सही दिशा में प्रवृत्त करना ही सफलता की कुंजी है."

विज्ञान और धर्म:

"विज्ञान और धर्म का संगम ही सम्पूर्ण मानवता के लिए सबसे बड़ा आधार है."

शिक्षा का उद्देश्य:

"शिक्षा का उद्देश्य हमें नहीं यह सिखाना चाहिए कि कैसे सोचना है, बल्कि यह सिखाना चाहिए कि हम क्या सोचें."

विश्व एक परिवार:

"सारा विश्व एक परिवार है और हमें इस एकता का आनंद लेना चाहिए."

ये विचार स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके विचारों को समर्पित हैं जो मानवता को उत्कृष्टता और सेवा की दिशा में प्रेरित करने के लिए उत्साहित करते हैं.