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स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार: लगातार छठी बार इंदौर सबसे स्वच्छ शहर घोषित, सूरत को दूसरा स्थान 

एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में महाराष्ट्र का पंचगनी पहले स्थान पर है, उसके बाद छत्तीसगढ़ का पाटन (एनपी) और महाराष्ट्र का करहड़ है. हरिद्वार को 1 लाख से अधिक आबादी की श्रेणी में सबसे स्वच्छ गंगा शहर चुना गया.

Updated on: 01 Oct 2022, 08:58 PM

highlights

  • केंद्र सरकार ने 'स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2022 की घोषणा की
  • राष्ट्रपति मुर्मू ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए
  • इंदौर में लोगों ने पटाखे फोड़कर और ढोल की थाप पर नाचकर मनाया जश्न

दिल्ली:

केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण 'स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2022' के परिणाम शनिवार को घोषित होने के साथ इंदौर ने लगातार छठी बार भारत के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब जीता है. इस बार के सर्वेक्षण में मध्य प्रदेश ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए राज्यों की श्रेणी में पहला स्थान हासिल किया है. मध्यप्रदेश के बाद छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र ने स्वच्छता के मामले में अपना स्थान बनाया है. वहीं त्रिपुरा ने 100 से कम शहरी स्थानीय निकायों वाले राज्यों में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है. 

वहीं 1 लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में महाराष्ट्र का पंचगनी पहले स्थान हासिल किया है. इसके बाद छत्तीसगढ़ का पाटन और महाराष्ट्र का करहड़ को स्थान दिया गया है. वहीं हरिद्वार को 1 लाख से अधिक आबादी की श्रेणी में सबसे स्वच्छ गंगा शहर चयनित किया गया है. इसके बाद वाराणसी और ऋषिकेश ने स्थान हासिल किया है. राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए. इस कार्यक्रम में केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी सहित अन्य लोग शामिल हुए. 

इस समारोह के दौरान पुरी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन 8 साल पहले शुरू हुआ था. उन्होंने कहा कि आज के समय में यह अभियान आज एक जन आंदोलन का रूप धारण कर चुका है. उन्होंने कहा, "स्वच्छता सर्वेक्षण आज दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण बन चुका है. पुरी ने कहा, वर्ष 2016 में इसे 73 शहरों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था और अब 2022 में 4,355 से अधिक शहरों ने इसमें हिस्सा लिया है." इस पुरस्कारों की घोषणा के तुरंत बाद इंदौर में लोग पटाखे फोड़कर और ढोल की थाप पर नाचकर जश्न मनाने लगे. 

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स्वच्छ सर्वेक्षण क्या है?

स्वच्छ सर्वेक्षण दुनिया का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता और स्वच्छता सर्वेक्षण है जो 2016 से आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया है. सरकार ने कहा कि  नागरिकों को वितरण और स्वच्छ शहर बनाने की दिशा में स्वच्छ सर्वेक्षण शहरों और शहरों के बीच उनकी सेवा में सुधार के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसका उद्देश्य बड़े पैमाने पर नागरिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना और समाज के सभी वर्गों के बीच शहरों और शहरों को रहने के लिए बेहतर स्थान बनाने की दिशा में मिलकर काम करने के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करना है.