अगले 2-3 दिनों में केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरूआत के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो रही हैं। इस बात की जानकारी खुद भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अपने फ्लिप फ्लॉप को जारी रखते हुए शुक्रवार को दी है।
यह कहते हुए कि, दक्षिण पश्चिम मानसून दक्षिण अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मालदीव और लक्षद्वीप के आसपास के क्षेत्रों और केप कोमोरिन क्षेत्र के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ गया है।
आईएमडी ने कहा कि, नवीनतम मौसम संबंधी संकेतों के अनुसार, निचले इलाकों में तेज हवाएं तेज हो गई हैं।
सैटेलाइट इमेजरी के अनुसार, मौसम कार्यालय ने कहा है, केरल तट और उससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर में बादल छाए हुए हैं। इसलिए आने वाले दिनों में केरल में मानसून की शुरुआत के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं।
इसके अलावा इसी अवधि में दक्षिण-पश्चिम मानसून के अरब सागर और लक्षद्वीप क्षेत्र के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए भी स्थितियां अनुकूल हैं।
गुरुवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून के 27 मई को केरल में आने की अपनी पूर्व भविष्यवाणी के विपरीत आईएमडी ने कहा था कि, यह इस पूवार्नुमान सप्ताह में कभी भी हो सकता है और स्थितियों की निगरानी की जा रही है।
इससे पहले 19 मई को आईएमडी ने कहा था कि, केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरूआत 25 मई तक संभव है।
22 मई की अपनी सामान्य तिथि से बहुत पहले मानसून ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को पार कर लिया था। हालांकि, आईएमडी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और केरल में शुरू हुई दो घटनाओं का कोई संबंध नहीं है।
केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरूआत की खबर भारत भर के कृषि क्षेत्र के लिए सबसे बहुप्रतीक्षित खबर है जिसका घरेलू अर्थव्यवस्था और शेयर बाजारों पर भी बड़ा प्रभाव पड़ता है।
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Source : IANS