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शुभेंदु ने की मुकुल रॉय की विधायकी छीनने की मांग, मचा राजनीतिक घमासान

नंदीग्राम से भाजपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने मुकुल रॉय को करीमनगर विधानसभा सीट से विधायक के रूप में अयोग्य ठहराने की मांग की है.

Updated on: 18 Jun 2021, 03:18 PM

highlights

  • शुभेंदु अधिकारी ने विधानसभा स्पीकर को एक अर्जी दी
  • करीमनगर से विधायक के रूप में अयोग्य ठहराने की मांग
  • टीएमसी ने किया पलटवार, दिया शिशिर अधिकारी का हवाला

नई दिल्ली:

बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद हाल ही में तृणमूल कांग्रेस में घर वापसी करने वाले मुकुल रॉय की विधायकी छीनने की कोशिश में भारतीय जनता पार्टी जुट गई है. नंदीग्राम से भाजपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने मुकुल रॉय को करीमनगर विधानसभा सीट से विधायक के रूप में अयोग्य ठहराने की मांग की है. इसके लिए अधिकारी ने विधानसभा स्पीकर को एक अर्जी दी है और विधायक के रूप में उन्हें अयोग्य ठहराने की मांग की है.  अगर देखा जाए तो ममता बनर्जी ने नंदीग्राम के परिणामों को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की थी, जिस पर आगे की सुनवाई दी गई है. इसी बीच मुकुल रॉय को लेकर बीजेपी ने नया मोर्चा खोल दिया है. 

बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते थे मुकुल
इससे पहले भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने बताया कि उन्होंने पश्चिम बंगाल विधानसभा से मुकुल रॉय को अयोग्य ठहराने की अपनी मांग के समर्थन में कागजी कार्रवाई पूरी कर ली. मुकुल रॉय हाल ही में भाजपा से तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए हैं. मुकुल रॉय हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर कृष्णानगर उत्तर सीट से विजयी हुए थे और 11 जून को वह वापस तृणमूल में लौट आए. वह 2017 में ममता बनर्जी की पार्टी छोड़ने के बाद भाजपा में शामिल हुए थे.

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शुभेंदु की याचिका पर टीएमसी का पलटवार
हालांकि, बीजेपी की इस मांग पर टीएमसी ने पलटवार किया है और तृणमूल कांग्रेस ने उनसे सवाल किया कि क्या अधिकारी ने अपने पिता शिशिर अधिकारी को लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने को कहा है जो पार्टी बदल कर भाजपा में शामिल हो गए थे. तृणमूल की राज्य इकाई के महासचिव कुणाल घोष ने कहा कि कानून अपना काम करेगा लेकिन शुभेंदु अधिकारी को इस मुद्दे पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि शुभेंदु को ऐसी मांगें करने से पहले आईना देखना चाहिए. क्या उन्होंने कभी अपने पिता शिशिर अधिकारी को लोकसभा की सदस्यता छोड़ने के लिए कहा है, जो उन्होंने कांथी क्षेत्र से तृणमूल टिकट पर जीता था?