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हम गरीबी से लेकिन पाकिस्तान हमसे लड़ रहा, जानिए UN में सुषमा के भाषण की 10 बड़ी बातें

अपने संबोधन में जहां सुषमा ने पाकिस्तान के राज्य प्रायोजित आतंकवाद के आरोपों को सीधे-सीधे खारिज किया वहीं आतंकवाद की परिभाषा तय करने के लिए सीसीआईटी के प्रस्ताव को पास करने की बात की।

Updated on: 23 Sep 2017, 10:20 PM

highlights

  • संयुक्त राष्ट्र में सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान पर किए कई हमले
  • पर्यावरण और क्लाइमेंट चेंज पर सुषमा ने कहा- भारत पेरिस समझौते के साथ

नई दिल्ली:

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर एक के बाद एक कई प्रहार किए।

अपने संबोधन में जहां सुषमा ने पाकिस्तान के 'राज्य प्रायोजित आतंकवाद' के आरोपों को सीधे-सीधे खारिज किया वहीं आतंकवाद की परिभाषा तय करने के लिए व्यापक अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद संधि (सीसीआईटी) के प्रस्ताव को पास करने की बात की।

इसके अलावा उन्होंने पर्यावरण और वसुधैव कुटुंबकम की बात की। यहां 10 प्वाइंट्स में पढ़िए, सुषमा ने अपने संबोधन में क्या-क्या कहा...

1. आज हमारी दुनिया आतंकवाद, क्लाइमेट चेंज, बेरोजगारी, गरीबी, लैंगित समानता, साइबर सुरक्षा जैसे कई परेशानियों से घिरा हुआ है।

2. भारत में पीएम मोदी ने मुद्रा योजना, उज्जवला योजना, स्किल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया सहित कई ऐसे योजनाओं की शुरुआत की जो गरीबी से निपटने में मददगार है।

3. हम गरीबी से लड़ रहे हैं लेकिन हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान हमसे लड़ रहा है।

4. पिछले दिनों जब पाक के प्रधानमंत्री शाहिद खक्कान अब्बासी यही यूएन में हम पर आतंकवाद को प्रायोजित करने का आरोप लगा रहे थे तो यहां बैठे लोग कह रहे थे 'लुक हू इज टॉकिंग' (देखो कौन बात कर रहा है)।

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5. पाक प्रधानमंत्री अब्बासी पुराने प्रस्ताव को भूल गए हैं। शिमला समझौता और लाहौर घोषणापत्र में यह साफ कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान हर मसले का खुद बैठकर हल निकालेंगे। दरअसल, पाकिस्तानी नेता पुरानी बातें भूलने के मास्टर हैं।

6. मैं पाकिस्तानी नेताओं को सलाह देती हूं कि वे साथ बैठें और विचार करें कि हम दोनों देश साथ आजाद हुए थे। लेकिन आज ऐसा क्यों है कि भारत की पहचान आईटी सुपरपावर के रूप में हो रही है जबकि पाकिस्तान को दहशत के साथ लोग याद करते हैं।

7. हमने आईआईटी बनाए लेकिन पाकिस्तान ने लश्कर ए तैयबा बनाया। हमने आईआईएम बनाया लेकिन पाक ने जवाब में जैश-ए-मोहम्मद बनाया। हमने एम्स बनाया तो पाकिस्तान ने हिजबुल मुजाहिदीन बनाया।

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8. आतंकवाद से निपटने के लिए जरूरी है कि दुनिया के सभी देश आतंकवाद की परिभाषा के लिए कंप्रिहेंसिव कंवेशन ऑन इंटरनेशनल टेररिज्म (सीसीआईटी) के पास कराए। अगर हम अपने दुश्मन को पहचानेंगे नहीं तो उनसे लड़ेंगे कैसे

9. हमें समझना होगा कि शैतान आखिर शैतान है। आतंकवाद को लेकर कोई न्यायोचित बहस नहीं हो सकती। हमें सीसीआईटी पर एक राय बनाते हुए आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए खुद को तैयार करना चाहिए।

10. क्लाइमेंट चेंज पर सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत पेरिस समझौते से प्रतिबद्ध है। सुषमा के मुताबिक अब बात से ज्यादा एक्शन की जरूरत है। सुषमा ने कहा- 'हमारा देश वसुधैव कुटुम्बकम में भरोसा करता है और हम वैसे लोग हैं जो सभी के सुख की कामना करते हैं।'

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