सुषमा स्वराज ने कहा, निजी यात्रा पर थे नॉर्वे के पूर्व पीएम, कश्मीर में अलगाववादियों से की मुलाकात
नार्वे के पूर्व प्रधानमंत्री शेल मागने बोंदेविक पिछले महीने जम्मू-कश्मीर में निजी यात्रा पर आये थे. इस दौरान उन्होंने घाटी में अलगाववादी नेताओं से मुलाकात की.
नई दिल्ली:
नार्वे के पूर्व प्रधानमंत्री शेल मागने बोंदेविक पिछले महीने जम्मू-कश्मीर में निजी यात्रा पर आये थे. इस दौरान उन्होंने घाटी में अलगाववादी नेताओं से मुलाकात की. केंद्र सरकार ने संसद में इस बात को स्वीकार किया. इसके साथ ही केंद्र ने स्वीकार किया कि नॉर्वे के पूर्व प्रधानमंत्री पाकिस्तान और पीओके भी गए थे. सरकार ने अपनी तरफ से ये साफ़ किया कि बोंदेविक की कश्मीर यात्रा और वहां उनकी ओर से की गई बैठकें आयोजित करने में उनकी कोई भूमिका नहीं थी. इस मुद्दे पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राज्य सभा में कहा कि नॉर्वे के पूर्व प्रधानमंत्री भारत कि निजी यात्रा पर थे. उन्हें आर्ट ऑफ़ लिविंग से न्योता मिला था. इस दौरान उन्होंने ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कई लोगों से मुलाकात की. उनकी यात्रा को आयोजित करने में सरकार की कोई भूमिका नहीं थी.
उन्होंने कहा 'शिमला समझौते के तहत और लाहौर घोषणा में दोहराए गए भारत सरकार के सुसंगत और राजसी पद में कोई बदलाव नहीं हुआ है, भारत और पाकिस्तान द्विपक्षीय मुद्दों के समाधान के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसमें तीसरी पार्टी की भूमिका के लिए कोई गुंजाइश नहीं है.'
EAM S Swaraj in Rajya Sabha on visit of former Norway PM to J&K:There's no change in Govt's consistent&principled position that under Simla Agreement&as reiterated in Lahore Declaration,India&Pakistan are committed to address issues bilaterally.There's no scope for 3rd party role https://t.co/nlmix8Mwid
— ANI (@ANI) December 28, 2018
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राजयसभा में एसपी के सांसद जावेद अली के सवाल के जवाब में विदेश मंत्री ने कहा कि मिली जानकारी के अनुसार, नोर्वे के पूर्व प्रधानमंत्री ने 23 नवंबर को जम्मू-कश्मीर की यात्रा की और कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, जम्मू-कश्मीर युवा विकास मंच, ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के प्रतिनिधियों से मुलाकात की. इसके साथ ही 24 से 27 नवंबर 2018 तक पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर की यात्रा की.
बता दें कि पिछले महीने अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक ने ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने नॉर्वे के पूर्व पीएम के साथ बैठक का जिक्र किया था. यह बैठक सैयद अली गिलानी के आवास पर हुई थी. सैयद अली गिलानी बीते आठ सालों से अपने हैदरपोरा आवास में नजरबंद हैं.
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