विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एक बार फिर से अपनी दरियादिली को लेकर चर्चा में हैं। तमिलनाडु में एक रुसी नागरिक मजबूरी में कांचीपुरम के श्री कुमाराकोट्टम मंदिर के बाहर भीख मांग कर अपना गुजर बसर कर रहा है। इस बार विदेश मंत्री ने इस रुसी नागरिक के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये रूसी नागरिक मंदिर के आगे भीख मांगने के लिए मजबूर क्यों है? इवनगेलिन नाम का ये रुसी नागरिक 24 सितम्बर को भारत आया था।
जो बाद में चेन्नई से कांचीपुरम घुमने पहुंचा। वहां पर कई मंदिरों में घूमने के बाद इवनगेलिन एटीएम में पैसे निकालने पहुंचा लेकिन दुर्भाग्यवश उसका कार्ड लॉक हो गया और वो पैसा नहीं निकाल पाया।
आख़िरकार हार कर इवनगेलिन मंदिर के सामने भीख मांगने बैठ गया। वो अपनी टोपी निकालकर लोगों से भीख मांगने लगा जिससे कि वो अपनी खाने-पीने की समस्या का हल निकाल सके।
सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर लिखा, 'इवनगेलिन- आपका देश रुस बुरे समय में भी हमारा दोस्त रहा है। हमारे चेन्नई के अधिकारी आपकी पूरी मदद करेंगे।'
ये पहला मौका नहीं है जब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने किसी विदेशी नागरिक की मदद के लिए पहल की है। जब-जब कहीं भी इंसानियत के नाम पर मदद की दरकार होती है सुषमा स्वराज हमेशा दोनो बांहे फैलाकर उनका स्वागत करती हैं।
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Source : News Nation Bureau