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सांकेतिक तस्वीर
जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के 12 दिनों बाद भारत ने पाकिस्तान से इसका बदला ले लिया है. भारत ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर हवाई हमला किया. इस हमले में 'बड़ी संख्या में' आतंकवादी और उनके प्रशिक्षक मारे गए हैं. जिसके बाद पूरे भारत में जगह-जगह हाई अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही भारत की पाक पर इस बड़ी कार्रवाई के बाद देश की जनता में खासा उत्साह और खुशी देखी गई. धरती के वीरों की शहादत को बदला लेने के लिए भारतीय वायुसेना के शौर्य की वाहवाही हर जगह हो रही है.
इसी बीच राजस्थान से एक प्यारी खबर सामने आई है. यहां एक सेना के परिवार में जन्में बच्चे का नाम मिराज सिंह रखा गया है. खबरों के मुताबिक नारगौर जिले के गांव के रहने वाले व्यक्ति महावीर सिंह की पत्नी सोनम गर्भवती थी और प्रसव पीड़ा के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बताया जा रहा है कि बच्चे महिला ने बच्चे को उसी समय जन्म दिया जब भारतीय सेना के मिराज विमान पाक की धरती पर बमबारी कर रहे थे. इसलिए पाकिस्तान पर हुई कार्रवाई से खुश परिवारवालों ने बच्चे का नाम मिराज सिंह रख दिया.
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बता दें कि भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट, चकोटी, मुजफ्फराबाद में सर्जिकल स्ट्राइक करके जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों 1000 किलोग्राम बम बरसाए.जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को नेस्तोनाबूद करने के लिए जिस बम का इस्तेमाल उस बम का नाम थाउसेंड पाउंडर नामक बम है.
एक हिंदी वेबसाइट की मानें तो भारतीय वायुसेना के करीब 12 मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने आतंकी कैंपों पर इन्हीं बमों से हमला किया है. थाउसेंड पाउंडर बम की सेना में सबसे ज्यादा मांग है. इसमें अलग-अलग मारक क्षमता के हिसाब से बारूद भरा होता है. साथ ही लेजर गाइडेड और जीपीएस से लैस होता हैं.
गौरतलब हैं कि वायु सेना के लिए तैयार किए जाने वाले इन बमों का आर्मी डे पर जनता के सामने प्रदर्शन भी किया जा चुका है.
Source : News Nation Bureau