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Video: सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ से पहले रक्षा मंत्रालय ने जारी किया एक और विडियो

बता दें कि 2016 में 28 और 29 सितंबर को सेना के जवानों ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर आतंकियों को धूल चटाई थी.

Updated on: 27 Sep 2018, 03:30 PM

नई दिल्ली:

29 सितंबर 2016 को भारत की ओर से पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी लॉन्च पैड को तबाह करने के लिए चलाए गए सर्जिकल स्ट्राइक ऑपरेशन की दूसरी वर्षगांठ से ठीक 2 दिन पहले रक्षा मंत्रालय ने जवानों की वीरता को याद किया है. रक्षा मंत्रालय ने इस बेहद खुफिया ऑपरेशन की अनदेखी वीडियो को ट्वीट करते हुए जवानों की वीरता को नमन किया है.

यह वीडियो 29 सितंबर 2016 का है जिसमें आतंकियों के लॉन्च पैड तबाह होते नजर आ रहे हैं.

बता दें कि 2016 में 28 और 29 सितंबर को सेना के जवानों ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर आतंकियों को धूल चटाई थी. यह ऑपरेशन 28 सितंबर की रात साढ़े बारह बजे शुरू किया गया जो कि को अगले दिन सुबह साढ़े चार बजे खत्म हुआ.

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गौरतलब है कि इस साल केंद्र सरकार सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ जोर-शोर से मनाने की तैयारी कर रही है. इसको लेकर 28 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जोधपुर आएंगे. वह तीनों सेनाओं के प्रमुखों की ‘यूनिफाइड कमाण्डर कॉन्फ्रेंस’ को संबोधित करेंगे. कमाण्डर कॉन्फ्रेंस 27 सितम्बर से जोधपुर एयरफोर्स स्टेशन पर शुरू होगी. 

कॉन्फ्रेंस में जम्मू कश्मीर में सेना की ओर से आतंकियों के विरुद्ध चलाए जा रहे ऑपरेशन, चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर साझा रणनीति, हिंद महासागर व पूर्वी चीन सागर में बढ़ रही चीनी घुसपैठ को लेकर चर्चा की जाएगी.

कब और कैसे हुआ था सर्जिकल स्ट्राइक
28-29 सिंतबर 2016 की आधी रात को भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की थी और बड़ी संख्या में उन्हें मौत के घाट सुला दिया था. यूं तो सर्जिकल स्ट्राइक की प्लानिंग और उसे अंजाम तक पहुंचाने में एक बहुत बड़ी टीम की अहम भूमिका थी लेकिन दुश्मन के नाक के नीचे उसकी छत्रछाया में पल रहे आंतकियों के लॉन्च पैड को तबाह इन्हीं 19 जवानों ने किया.

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दरअसल पैरा रेजिमेंट की चौथी और नवीं बटालियन के एक कर्नल, पांच मेजर, दो कैप्टन, एक सूबेदार, दो नायब सूबेदार, तीन हवलदार, एक लांस नायक और चार पैराट्रूपर्स ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था.

इस सर्जिकल स्ट्राइक की कहानी रौंगटे खड़े कर देने वाली है. चौथे पैरा के अफसर को सरकार ने कीर्ति चक्र और कमानडिंग अफसर को युद्ध सेवा मेडल दिया गया है. सरकार ने इस टीम को 4 शौर्य चक्र, 13 सेवा मेडल भी दिए हैं. इसके अलावा सरकार ने और भी कई सम्मानों से इन जाबांज सैनिकों को नवाज़ा है.

आतंकियों को मिला उरी हमले का जवाब

जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना कैंप पर हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना मुस्तैद हो गई थी और आतंकियों को सबक सिखाने के लिए उसकी पनाहगार पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर स्थित टेरर लॉन्च पैड्स पर सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बनानी शुरु कर दी थी.