14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए CRPF के 40 जवानों का बदला ले लिया गया है. इस बार भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकी ठिकानों पर बमों की बारिश कर दी. गौरतलब है कि CRPF पर हुए आतंकी हमले के बाद से भारत सरकार पर जवाबी कार्रवाई का काफी दबाव था. देश की जनता में काफी गुस्सा और रोष देखा जा रहा था. ऐसे में भारत के प्रधानमंत्री ने सेना को आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पूरी छूट दे दी थी.
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जानिए क्या हुआ, कब हुआ और कैसे हुआ-
- पाकिस्तान में आतंकी संगठनों के लॉन्चपैड को ही खाली कराए गए थे, जबकि ट्रेनिंग कैंप में आतंकी मौजूद थे.
- भारतीय वायुसेना ने सबसे पहले बालाकोट पर बम बरसाए.
- पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुजफ्फराबाद में भारतीय वायुसेना ने तड़के 3.48 बजे एयर स्ट्राइक किया.
- मुजफ्फराबाद में भारतीय वायुसेना ने 7 मिनट तक बमबारी की और 3.55 बजे चकोती के लिए रवाना हो गए.
- चकोती में 3.58 बजे शुरू हुई कार्रवाई 6 मिनट तक चली.
- वायुसेना की कार्रवाई में पाकिस्तान के तीन आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के कई ठिकानों को तबाह कर दिया.
- वायुसेना के 12 मिराज 2000 लड़ाकू विमान ने पाकिस्तान में 1000 किलो के बम गिराए हैं.
- दावा किया जा रहा है कि भारत की ओर से की गई इस कार्रवाई में करीब 200 से 300 आतंकी मारे गए हैं.
- भारतीय वायुसेना ने करीब 21 मिनट तक पाकिस्तान में बमबारी की है.
- भारतीय वायुसेना के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 26 फरवरी तड़के 3.30 बजे भारतीय लड़ाकू विमान मिराज 2000 ने नियंत्रण रेखा को पार कर प्रमुख आतंकी संगठन के कैंप को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया.
- आतंकी कैंप पाकिस्तान के क्षेत्र बालाकोट सेक्टर में स्थित था.
- बालाकोट में स्थित जैश-लश्कर-हिजबुल के संयुक्त ट्रेनिंग कैंप को भी बर्बाद कर दिया.
- वायुसेना की कार्रवाई में बालाकोट, चकोती और मुजफ्फराबाद में स्थित आतंकी कैंप और लॉन्च पैड पूरी तरह से नेस्तोनाबूद हो गए.
- सर्जिकल स्ट्राइक 2 में पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहमम्द के कंट्रोल रूम अल्फा-3 को खत्म कर दिया गया.
क्या है अल्फा 3
- अल्फा 3 पीओके में आतंकी संगठनों का एक निश्चित संचार केंद्र है.
- एक बार जब आतंकवादी भारतीय क्षेत्र के अंदर होते हैं, तो अल्फा-3 ही उन्हें गाइड करता है और अपने संचालन को नियंत्रित करता है. इसके साथ ही ये प्लेटिनम हैंडसेट पर एक उपसर्ग आवृत्ति के माध्यम से सभी को नियंत्रित करता है.
- जब भी आवश्यकता होती है अल्फा 3 पहले से पहचाने गए संपर्कों के माध्यम से सामरिक और भौतिक सहायता की व्यवस्था करता है.
Source : Sunil Chaurasia