'केसरी चैप्टर-2' में बंगाली नायकों का नाम बदलना गलत : कुणाल घोष
'मध्य प्रदेश महिला लीग' राज्य के इतिहास के लिए स्वर्णिम क्षण : ज्योतिरादित्य सिंधिया
राजा रघुवंशी हत्याकांड : राजा के भाई ने सोनम के नार्को टेस्ट की मांग की
पीएम मोदी ने ब्रिक्स को मजबूत किया है, वैश्विक सम्मान अर्जित किया है : ब्राजील के राजदूत (आईएएनएस एक्सक्लूसिव)
बांग्लादेश: पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री की गिरफ्तारी, अन्य नेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू : संघर्ष, सेवा और सादगी की मिसाल
मणिपुर : राज्यपाल का निर्देश, शिक्षा की गुणवत्ता में लाएं सुधार
ट्रिपल मर्डर मिस्ट्री और पैसे डबल करने के बहाने की गई ठगी का बड़ा खुलासा
विपक्ष को शिक्षा पर राजनीति नहीं करनी चाहिए : मनीषा कायंदे

जज लोया मौत केस : याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज

सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को जज बी.एच. लोया की कथित तौर पर रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर दायर याचिकाओं पर फिर से सुनवाई शुरू करेगा।

सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को जज बी.एच. लोया की कथित तौर पर रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर दायर याचिकाओं पर फिर से सुनवाई शुरू करेगा।

author-image
vineet kumar1
एडिट
New Update
जज लोया मौत केस : याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज

सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को जज बी.एच. लोया की कथित तौर पर रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर दायर याचिकाओं पर फिर से सुनवाई शुरू करेगा। इन याचिकाओं में स्वतंत्र जांच की मांग की गई है।

Advertisment

गौरतलब है कि जज लोया सोहराबुद्दीन शेख के फर्जी मुठभेड़ मामले की सुनवाई कर रहे थे।

बाम्बे हाई कोर्ट ने 22 जनवरी की आखिरी सुनवाई के दौरान याचिकाओं में उठाए गए मुद्दों को गंभीर बताया था लेकिन मामले में बीजेपी प्रमुख अमित शाह पर आरोप लगाए जाने पर वरिष्ठ अधिवक्ता दुष्यंत दवे को फटकार लगाई थी।

कोर्ट ने वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह के प्रति भी नाराजगी जताई थी जिन्होंने मीडिया संबंधी अपना बयान बाद में वापस ले लिया था। तब से, राजनीतिक पार्टियां और प्रमुख रूप से कांग्रेस लोया की मौत के मुद्दे को न्यायिक मंच के बाहर उठा रही है और एक स्वतंत्र जांच की मांग कर रही है।

यह भी पढ़ें: निर्मला सीतारमन ने कहा, जासूसी कर रहे IAF अधिकारी की गिरफ्तारी जल्दबाजी में नहीं

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में लंबित दो याचिकाएं कांग्रेस नेता तहसीन पूनावाला और महाराष्ट्र के पत्रकार बीएस लोन ने दायर की हैं। 

बाद में पूर्व नौसेना प्रमुख एल रामदास ने एक अर्जी दायर कर उच्चतम न्यायालय के रिटायर्ड न्यायाधीशों और पूर्व पुलिस अधिकारियों की एक समिति द्वारा स्वतंत्र जांच कराने की मांग की थी।

आपको बता दें कि लोया की 1 दिसंबर 2014 को नागपुर में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी जब वह अपने सहकर्मी की बेटी की शादी में शामिल होने गए थे।

और पढ़ें: राजस्थान उप चुनाव में BJP की हार का जश्न मना रही करणी सेना

Source : News Nation Bureau

amit shah justice loya Supreme Court
      
Advertisment