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सुप्रीम कोर्ट में कोई भ्रष्टाचार नहीं है, मैंने कभी नहीं सुना: जस्टिस कुरियन जोसेफ

सुप्रीम कोर्ट के तीसरे वरिष्ठ न्यायाधीश कुरियन जोसेफ गुरूवार को रिटायर हो गए. पूर्व जस्टिस कुरियन जोसफ ने कहा कि जनवरी में की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर कोई पछतावा नहीं है .

Updated on: 01 Dec 2018, 08:20 PM

नई दिल्ली:

सुप्रीम कोर्ट के तीसरे वरिष्ठ न्यायाधीश कुरियन जोसेफ गुरूवार को रिटायर हो गए. पूर्व जस्टिस कुरियन जोसेफ ने कहा कि जनवरी में की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर कोई पछतावा नहीं है. उन्होंने कहा कि अब चीज़ें बदल रही है. पूर्व जस्टिस कुरियन जोसेफ ने कहा कि 'मुझे पछतावा नहीं है. मैंने यह बहुत सोच-समझकर किया क्योंकि कोई और विकल्प नहीं था. मैं नहीं कह सकता कि संकट खत्म हो गया है. यह एक सांस्थानिक संकट था. सिस्टम को बदलने में वक़्त लगता है. हालांकि, यह बदल रहा है और यह आगे भी जारी रहेगा.' मालूम हो कि 12 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ न्यायाधीशों ने शीर्ष अदालत के कामकाज को लेकर विभिन्न मुद्दे उठाये थे.  भारतीय न्यायिक इतिहास में एक अभूतपूर्व और असाधारण घटना के तहत चारों वरिष्ठ न्यायाधीशों ने सार्वजनिक रूप से तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा पर मामलों को उचित पीठ को देने के नियम का सख्ती से पालन नहीं करने का आरोप लगाया था. 

जनवरी में जजों द्वारा की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस पर पूर्व जस्टिस ने कहा, 'ये साफ़ था कि उस समय सुप्रीम कोर्ट सही दिशा में नहीं जा रहा था. हम कई पहलुओं की तरफ इशारा कर तत्कालीन CJI के ध्यान में लाए, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकलने पर सार्वजनिक नोटिस में लाने के अलावा कोई और तरीका नहीं था.'

सुप्रीम कोर्ट में वर्तमान की स्थिति पर पूर्व जस्टिस ने कहा, 'चीज़े सुधर रही है और कदम उठाये जा रहे है. समय लगता है. एक ही दिन में सब नहीं बदल सकता है. हम एक संस्थागत प्रणाली के लिए खड़े हैं.'

न्यायपालिका में भ्रष्टाचार के आरोपों पर पूर्व जस्टिस ने कहा, 'मैं कभी इस बात से सहमत नहीं हूं कि उच्च न्यायपालिका में भ्रष्टाचार है. यदि यह निचली न्यायपालिका में है, तो यह राज्य की चिंता है. मैंने ये कभी नहीं किया और न ही सुना.'

बता दें कि 12 जनवरी को जस्टिस जोसेफ, रंजन गोगोई, जस्टिस मदन बी. लोकुर और पूर्व न्यायाधीश जे. चेलामेश्वर ने एक संवाददाता सम्मेलन किया था जिसमें शीर्ष अदालत में मामलों के आवंटन सहित गंभीर प्रश्न उठाए थे.