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सुप्रीम कोर्ट ने 'राम की जन्मभूमि' फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने से किया इंकार

इस फिल्म के निर्माता उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी हैं और निर्देशन सनोज मिश्रा ने किया है.

Updated on: 28 Mar 2019, 11:59 AM

नई दिल्ली:

सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को 'राम की जन्मभूमि' फिल्म पर रोक लगाने से इंकार कर दिया है. फिल्म 29 मार्च को रिलीज होने वाली है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म की रिलीज के रोक की मांग वाली याचिका पर जल्द सुनवाई से इंकार कर दिया. जस्टिस एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि मामले की सुनवाई 2 हफ्ते बाद होगी. याचिकाकर्ता ने कहा था कि इस फिल्म से अयोध्या विवाद () को सुलझाने के लिए चल रही मध्यस्थता प्रक्रिया बाधित होगी.

जस्टिस एस ए बोबडे और जस्टिस एस अब्दुल नजीर की बेंच ने कहा, 'फिल्म और मध्यस्थता में कोई संबंध नहीं है. सभी पक्ष इसे सुलझाना चाहते हैं. हम इतने निराशावादी नहीं है. अगर पार्टी राजी है तो कोई फिल्म मध्यस्थता को बाधित नहीं कर सकती है.'

इस फिल्म के निर्माता उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी हैं और निर्देशन सनोज मिश्रा ने किया है. यह फिल्म राम मंदिर के विवादित मुद्दे और अयोध्या में 1990 में हुए गोलीकांड के बाद उपजे हालातों पर आधारित है.

रिजवी ने इस फिल्म को लेकर कहा, 'राम जन्मभूमि फिल्म किसी धर्म या किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं है, बल्कि समाज में आतंकी विचारधारा रखने वाले राक्षसों के लिए एक आईना है. कुछ लोग हमारी पिक्चर को रिलीज न होने के लिए तरह-तरह की कोशिशें कर रहे हैं. न्यायालयों में जाकर हमारी पिक्चर को रोकने की कोशिश कर रहे हैं. आज माननीय न्यायालय ने इस पिक्चर पर रोक लगाने से मना कर दिया और यह 29 मार्च को रिलीज होने जा रही है.'

इस फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर वसीम रिजवी ने कहा था कि इस फिल्म में किसी समुदाय या फिर धार्मिक भावनाओं को आहत नहीं किया गया है. समाज में फैली बुराइयों को फिल्म के माध्यम से सामने लाने की कोशिश की गई है. नफरत का माहौल खत्म हो यही फिल्म का उद्देश्य है.

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उन्होंने बताया था कि खास बात यह है कि वसीम रिजवी ने खुद फिल्म की कहानी लिखी और निमार्ता भी वही हैं. साथ ही फिल्म के अधिकतम हिस्सों का फिल्मांकन भी अयोध्या में किया गया है.

उन्होंने बताया था कि 30 अक्टूबर और 2 नवंबर 1990 में कारसेवकों पर हुए गोलीकांड के बाद जो अयोध्या में हुआ उस पर यह फिल्म आधारित है. फिल्म में वसीम रिजवी भी किरदार निभाते हुए नजर आएंगे. उन्होंने कहा था कि राम जन्मभूमि का जो मामला न्यायालय में विचाराधीन है उससे जुड़े किसी भी पहलू को इस फिल्म में नहीं दिखाया गया है.