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टीवी डिबेट में वकील कर रहे जजों की आलोचना, SC ने कहा- अगर खत्म हुई न्याय व्यवस्था को आप भी नहीं बचेंगे

सुप्रीम कोर्ट ने टीवी डिबेट में अदालत के फैसले को निशाना बनाए जाने को लेकर गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि यह संस्थान को खत्म कर देगा।

Updated on: 10 May 2018, 09:55 AM

highlights

  • टीवी डिबेट में हो रही आलोचना को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई वकीलों को फटकार
  • सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि न्यायिक व्यवस्था खत्म हुई तो कोई नहीं बचेगा

नई दिल्ली:

सुप्रीम कोर्ट ने टीवी डिबेट में शामिल होने वाले वकीलों के बर्ताव को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि उनका रवैया 'न्यायिक व्यवस्था को बर्बाद' कर रहा है।

अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट जज अरुण मिश्र ने वकीलों पर संस्थान को खत्म करने का आरोप लगाते हुए कहा, 'वह भी (वकील) तभी बचेंगे जब संस्था बची रहेगी।'

केरल मेडिकल कॉलेज के मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वकील, टीबी डिबेट में जजों और उनके फैसले की आलोचना कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, 'जब कोई फैसला दिया जाता तब आप टीवी पर जाते हैं और फिर कोर्ट की प्रक्रिया के बारे में बहस करते हैं। यह काम हर दिन हो रहा है। आपने इस कोर्ट में किसे छोड़ा है?'

जस्टिस मिश्रा ने कहा, 'हर जज निशाने पर है। आप एक तीर से सभी को मारना चाहते हैं। आप लोग संस्था को बर्बाद कर रहे हैं। अगर यह संस्था खत्म होती है तो आप लोग भी नहीं बचेंगे।'

जस्टिस मिश्रा की यह टिप्पणी वैसे समय में सामने आई है, जब हाल ही सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने न्यायिक प्रशासन के मुद्दे को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था।

जस्टिस अरुण मिश्रा और यूयू ललित की पीठ ने कहा कि वकील टीवी डिबेट में अदालतों के निर्णयों की आलोचना कर रहे हैं और ऐसी स्थिति में अंत में कोई नहीं बचेगा।

जस्टिस अरुण मिश्रा ने इस पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) की चुप्पी को लेकर भी सवाल उठाया।

जस्टिस चेलमेश्वर, रंजन गोगोई, मदन बी लोकुर और कुरियन जोसेफ ने न्यायपालिका के इतिहास में पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस करते चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा पर केसों के आवंटन को लेकर सार्वजनिक रूप से गंभीर आरोप लगाए थे।

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