हरियाणा के अलवर में कथित रूप से गौ तस्करी के मामले में पिटाई के दौरान हुई मौत को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान सरकार से तीन हफ्ते के भीतर जवाब मांगा है। वहीं, कोर्ट ने गोरक्षा मामले को लेकर राज्यों को नोटिस जारी किया है।
सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान, गुजरात, झारखंड और उत्तर प्रदेश, से गोरक्षा से संबंधित याचिका पर जवाब मांगा है। कोर्ट ने राज्यों से पूछा है कि क्यों न ऐसे गोरक्षकों के ग्रुप पर बैन लगा दिया जाए? सुप्रीम कोर्ट ने अलवर हिंसा पर भी हरियाणा सरकार से भी रिपोर्ट तलब की है।
इस मामले को लेकर विपक्षी दलों ने राज्यसभा में जमकर हंगामा किया। घटना को लेकर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने राज्य सभा में कहा, 'होम मिनिस्टर इस पर सोमवार को जवाब देंगे।' उन्होंनें कहा, 'अपराधी, कातिल, गुंडा, बदमाश को हिंदू मुसलमान की नजर से न देखें। अपराधी अपराधी है'
इससे पहले इस मामले को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस मामले को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने राज्यसभा में उठाया था।
इससे पहले नकवी अलवर हुए घटना को लेकर किसी भी प्रकार की कोई जानकारी से इंकार कर दिया था। उन्होंन कहा था कि इस तरह की कोई घटना अलवर में नहीं हुई हैं। नकवी के बयान के बाद गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि न्यूयॉर्क टाइम्स को मामले की जानकारी है, लेकिन मंत्री को नहीं।
क्या है मामला
पिछले शनिवार की रात को हरियाणा के कुछ लोग गौवंश के साथ जयपुर से हरियाणा की ओर जा रहे थे। इसी दौरान अलवर के बहरोड़ के नजदीक पहुंचते ही वहां पहले से मौजूद कथित गौ-रक्षकों ने इन लोगों के तीन वाहनों को घेर लिया।
गौ रक्षकों ने इसके बाद बड़ी संख्या में मौजूद इन कथित रूप से गौ-तस्करों के साथ मारपीट की थी जिसके बाद एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
Source : News Nation Bureau