पेरिस में अपनाये गए मॉडल की तर्ज पर अब दिल्ली-एनसीआर में गाड़ियों पर रंगीन स्टीकर लगेंगे। बढ़ते वायु प्रदूषण पर रोकथाम के लिए केंद्र सरकार ने इस योजना पर मुहर लगा दी है। इस योजना के तहत पेट्रोल, सीएनजी और डीजल से चलने वाली गाड़ियों पर अलग-अलग रंग के स्टिकर लगाए जाएंगे। CNG गाड़ियों पर नीला और डीजल गाड़ियों पर नारंगी स्टीकर लगाए जाएंगे। इन स्टीकर पर गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन की तारीख भी लिखी होगी। केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के इस सुझाव को हरी झंडी दिखाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मंजूरी दी है।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस मैदान बी लोकुर की अगुआई बेंच ने इसे मंजूरी दी। केंद्रीय परिवहन मंत्रालय को 30 सितंबर तक दिल्ली-एनसीआर में वाहनों के लिए रंगीन स्टिकर लगाने के प्रस्ताव को लागू करने के लिए कहा है। कोर्ट का कहना है कि इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड गाड़ियों के लिए हरे रंग के स्टीकर पर भी विचार किया जाये।
एनजीटी ने दिल्ली-एनसीआर में पुराने वाहनों पर रोक लगा दी है। केंद्र सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अडिशनल सॉलिसिटर जनरल ए. एन. एस. नादकर्णी पेश हुए थे। अडिशनल सॉलिसिटर जनरल ने सुप्रीम कोर्ट को आश्वासन दिया कि सरकार जल्द ही विचार कर कोर्ट को अवगत कराएगी।
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इस स्टीकर की मदद से 15 साल पुरानी पेट्रोल की और 10 साल पुरानी डीजल गाड़ियों को आसानी से पहचाना जाएगा। केंद्र ने कहा है पेरिस में इसी तरह 6 वर्गों के अलग-अलग स्टीकर बनाए गए हैं। यह स्टीकर गाड़ी की विंड स्क्रीन पर ऊपर बाईं ओर लगाए जाएंगे। गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण पर लगाम के लिए सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
Source : News Nation Bureau