West Bengal CM Mamata Banerjee on Congress : तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को मजबूत और ताकतवर नेता माना जाता है. वो किसी से भी टकराहट मोल लेने से भी पीछे नहीं हटती हैं. लेकिन उन्होंने लोकसभा चुनाव से एक साल पहले ही ऐसा बड़ा बयान दे दिया है, जो देश की राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है. जी हां, ममता बनर्जी ने कहा कि सभी राज्य स्तरीय पार्टियों को कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए, लेकिन जिन राज्यों में कांग्रेस बेदम हो चुकी है, वो उन राज्यों में स्थानीय पार्टियों को सहयोग करे और उनसे सीधे लड़ाई में न आए.
ममता बनर्जी से सुझाया ये फॉर्मूला
ममता बनर्जी ने इस मुद्दे पर इशारे में कोई बात नहीं की. ममता बनर्जी ने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी को रोकना है, तो फिर सभी विपक्षी दलों को एकजुट होना पड़ेगा. इसके लिए एक अलग फॉर्मूले पर भी काम करना पड़ेगा. उन्होंने ये फॉर्मूला सुझाया है कि जिन राज्यों में कांग्रेस बीजेपी से सीधे मुकाबले की होड़ में है, जैसे कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक... वहां कांग्रेस बीजेपी से मुकाबला करे. लेकिन जिन राज्यों में होड़ में नहीं है, वो क्षेत्रीय दलों को समर्थन दे. तभी भारतीय जनता पार्टी को रोका जा सकता है.
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ममता बनर्जी ने किया ये तर्क
ममता बनर्जी का साफ कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के सामने जिस भी जगह पर सिर्फ एक प्रतिद्वंदी होता है, वो हार जाती है. चाहे वो जिस राज्य की बात हो. लेकिन जिन राज्यों में कई सारे प्रतिद्वंदी होते हैं, वहां पर वो कांग्रेस को धूल चटा देती है. चूंकि मैंने कर्नाटक में कांग्रेस को समर्थन दिया है, ऐसे में वो लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव, उसे पश्चिम बंगाल जैसे क्षेत्रीय दलों के दबदबे वाली जगहों पर चुनाव लड़ने से बचना चाहिए. बदले में हम सीधी लड़ाई वाली जगहों पर कांग्रेस को समर्थन देंगे. तभी मिल जुलकर भाजपा को रोका जा सकता है.
इस मामले में कांग्रेस के लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.
HIGHLIGHTS
- ममता बनर्जी की चतुर राजनेता के तौर पर पहचान
- अभी से कांग्रेस के साथ सौदेबाजी की कर दी शुरुआत
- कांग्रेस को बंगाल से रखना चाहती हैं दूर