स्पेन में बनी टैल्गो ट्रेन ने रविवार को भारतीय रेलवे के क्षेत्र में इतिहास में रच दिया। अपने अंतिम और फाइनल ट्रायल में टैल्गो ट्रेन ने करीब 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दिल्ली से मंबई की दूरी 12 घंटे से भी कम समय में पूरी कर ली।
शनिवार को ट्रेन नई दिल्ली से दोपहर 2.45 बजे मुंबई के लिए रवाना हुई थी और रविवार तड़के करीब 2 बजकर 34 मिनट पर ट्रेन मुंबई पहुंच गई जहां स्टेशन पर रेल कर्मचारियों ने ताली बजाकर ट्रेन का स्वागत किया।
दिल्ली से मुंबई के बीच चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस अभी करीब 1400 किलोमीटर की दूरी को तय करने में 16 घंटे का वक्त लेती है। गौरतलब है कि पहले भी दो बार टैल्गो ट्रेन के ट्रायल हुए थे जिसमे ट्रेन समय से मुंबई पहुंचने में असफल साबित हुई थी।
टैल्गो ट्रेन में कुल 9 डब्बे होते हैं जिसमें दो एक्जीक्यूटिव क्लास, चार चेयर कार, एक कैफेटेरिया, एक पावर कार और एक स्टाफ और अन्य उपकरणों वाला कोच होता है। अगर टैल्गो ट्रेन भारतीय रेलवे के हर मानक पर खरी उतरेगी तो जल्द ही इसे भारतीय रेलवे में शामिल किया जा सकता है। जानिए टैल्गो ट्रेन के बारे कुछ interesting facts
टैल्गो ट्रेन की कुछ खासियतें
1. स्पेन की मशहूर रेल कोच निर्माण कंपनी टैल्गों की स्थापना साल 1942 में हुई थी। कंपनी की स्थापना अलेंजेंद्रो और लुईस ओरियल ने की थी।
2.ट्रेन के डिब्बों में वर्ल्ड क्लास टॉयलेट हैं।
3.टैल्गो कोच में शॉकर में हाइड्रॉलिक पावर होने की वजह से तेज स्पीड में भी आपको झटके का अनुभव नहीं होगा।
4. चेयर कार में 36 और एग्जीक्यूटिव क्लास में 27 सीटें होती है। ट्रेन में दो सीटों के बीच लेग स्पेस भारतीय ट्रेनों के मुकाबले 3 इंच ज्यादा हैं।
5.ट्रेन में डिस्क ब्रेक होने की वजह से ट्रेन को बिना झटके के भी तुरंत रोका जा सकता है।
6. टैल्गो ट्रेन की अधिकतम स्पीड करीब 200 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। अप्रैल महीने में इसे ट्रायल के लिए भारत लाया गया था।
Source : News Nation Bureau