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कोरोना काल में घरेलू हिंसा और आत्महत्या के मामले बढ़ें, डीसीपी ने बताई ये वजह

लुधियाना के डीसीपी अखिल चौधरी ने बताया कि आत्महत्या और सुसाइड के मामले लॉकडाउन में तेजी से बढ़े हैं.

Updated on: 28 Jun 2020, 03:59 PM

नई दिल्ली:

पूरे देश में कोरोना (Corona) कहर बरपा रहा है. लॉकडाउन की वजह से कई लोगों की नौकरी बंद है. घर में रहने को मजबूर हैं. आर्थिक तंगी की वजह से कई बार लोग खुद की जिंदगी को भी खत्म कर ले रहे हैं. इसके साथ ही घरेलू हिंसा भी बढ़ गई है. लुधियाना के डीसीपी अखिल चौधरी ने बताया कि आत्महत्या और सुसाइड के मामले लॉकडाउन में तेजी से बढ़े हैं.

डीसीपी अखिल चौधरी ने बताया कि लॉकडाउन में आत्महत्या और घरेलू हिंसा के मामले बढ़े हैं. 60 सुसाइड केस और 850 घरेलू हिंसा की शिकायत लॉकडाउन के पहले इस साल दर्ज किए गए थे. लेकिन लॉकडाउन के दौरान 100 केस सुसाइड के और 15 सौ केस घरेलू हिंसा के दर्ज किए गए हैं.

उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच बताती है कि आत्महत्या के पीछे अवसाद, बेरोजगारी और वित्तीय समस्याएं हैं. यह भी देखा गया है कि 30-40 आयु वर्ग के लोगों के बीच आत्महत्या की प्रवृत्ति बढ़ रही है.

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राष्ट्रीय महिला आयोग के मुताबिक 23 मार्च से लेकर 16 अप्रैल के बीच मतलब क़रीब लॉकडाउन के शुरुआती तीन हफ़्ते में महिला आयोग में घरेलू हिंसा के 239 मामले दर्ज किए गए थे. यह उन 123 मामलों की तुलना में कहीं ज्यादा हैं जो लॉकडाउन शुरू होने से पहले उस महीने में आए थे.