उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में 12वीं कक्षा के एक 17 वर्षीय छात्र ने भौतिकी की परीक्षा में खराब प्रदर्शन का अहसास होने पर चूहे मारने की दवा खा कर अपनी जीवन लीला खत्म कर ली। पुलिस ने कहा कि पीड़ित की पहचान किसान भास्कर पाठक के बेटे राघव पाठक के रूप में हुई है।
पुलिस के मुताबिक, 17 वर्षीय मृतक बदायूं के एक निजी स्कूल का छात्र था। उसने 1 मार्च को फिजिक्स की परीक्षा दी थी और वह पेपर खराब होने की आशंका से परेशान था।
पुलिस ने कहा कि उसके तनाव ने अंतत: उसे चरम कदम उठाने के लिए प्रेरित किया हो सकता है।
छात्र के पिता ने कहा, मेरा बेटा पढ़ाई में बहुत तेज था और एक टॉप कॉलेज में दाखिला लेना चाहता था। बुधवार को परीक्षा देकर लौटने के बाद से वह परेशान था। मैंने उसे सांत्वना दी और उसे अपने ग्रेड के बारे में चिंता न करने की सलाह दी, लेकिन वह परेशान रहा और खुद को अपने कमरे में बंद कर लिया। शाम को, हमने पाया कि राघव ने जहर खा लिया है और फिर तुरंत उसे एक निजी अस्पताल ले गए, जहां उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। फिर हम उसे एक सरकारी मेडिकल कॉलेज ले गए जहां उसने अंतिम सांस ली।
आलापुर थाने के एसएचओ संजीव शुक्ला ने कहा, यह आत्महत्या का मामला है और पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिवार को सौंप दिया गया है।
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Source : IANS