महाराष्ट्र में इस साल चीनी का उत्पादन प्रभावित हो सकता है. खराब मौसम की वजह से राज्य में बड़े पैमाने पर गन्ने की फसल को नुकसान पहुंचा है, जिससे बड़ी संख्या में चीनी मिलें अभी परिचालन शुरू नहीं कर पाई हैं. एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि महाराष्ट्र में अभी तक सिर्फ 150 चीनी कारखाने ही परिचालन शुरू कर पाए हैं. पिछले साल इस समय तक 195 चीनी मिलें परिचालन में थीं.
महाराष्ट्र स्टेट को-आपरेटिव शुगर फैक्टरीज फेडरेशन लि. के चेयरमैन एवं पूर्व विधयक जयप्रकाश दांडेगांवकर ने कहा कि पिछले तीन साल के दौरान राज्य में सूखे जैसी स्थिति थी. वहीं इस साल बेमौसम की बरसात से गन्ने की खेती प्रभावित हुई है. उन्होंने कहा कि इस साल राज्य में चीनी का उत्पादन घट सकता है. हमारा अनुमान है कि इस साल सिर्फ 150 चीनी मिलें ही उत्पादन करेंगी. पिछले साल यह संख्या 195 थी.
अधिकारी ने कहा कि पिछले साल 102 सहकारी और 93 निजी चीनी मिलें परिचालन में थीं. उन्होंने कहा कि 2018 में 850 लाख टन गन्ने की पेराई हुई. इस साल यह घटकर 550 लाख टन रह गया है. उन्होंने कहा कि फसल की गुणवत्ता पर भी असर पड़ा है. ऐसे में चीनी की गुणवत्ता भी प्रभावित होगी.
Source : भाषा