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तालिबान राज के बाद अशरफ गनी को भारत दे शरण... स्वामी की केंद्र को सलाह

विगत दिनों ही स्वामी ने मोदी सरकार को निशाना बनाते हुए कहा था कि पहले लद्दाख में भारत चीन के आगे कमजोर पड़ा, तो अब तालिबान के आगे कमजोर पड़ता दिख रहा है.

Updated on: 19 Aug 2021, 02:58 PM

highlights

  • स्वामी ने ट्वीट कर दी गनी को भारत में शरण देने की वकालत
  • दूरगामी स्थितियों को जेहन में रख दी मोदी सरकार को सलाह
  • यह भी कहा था कि पाकिस्तान, चीन, तालिबान करेंगे हमला

नई दिल्ली:

हाल फिलहाल भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व से खफा-खफा चल रहे दिग्गज नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने मोदी सरकार को अफगानिस्तान मसले पर एक नई नसीहत दी है. गुरुवार को जारी एक ट्वीट में उन्होंने मोदी सरकार से कहा है कि तालिबान राज की स्थापना होते देख अफगानिस्तान छोड़ संयुक्त अरब अमीरात में शरण लेने वाले राष्ट्रपति अशरफ गनी को वास्तव में भारत को शरण देनी चाहिए. इसके पीछे उन्होंने दूरगामी कयासों को आधार बनाया है. गौरतलब है कि इससे पहले स्वामी ने अफगानिस्तान पर तालिबान राज की स्थापना देख आगाह किया था कि अब चीन, पाकिस्तान और तालिबान एक साथ मिलकर भारत पर हमला करेंगे. 

दुनिया के देशों में है असमंजस की स्थिति
गौरतलब है कि अफगानिस्तान पर रविवार को तालिबान राज की लगभग दो दशकों बाद वापसी और भारत के वहां भारी-भरकम निवेश को लेकर तमाम तरह के कयासों को जन्म दिया जा रहा है. एक तरफ जहां विपक्ष आनन-फानन मोदी सरकार की अफगानिस्तान को लेकर विदेश नीति जानने की मांग कर रहा है. दूसरी तरफ मोदी सरकार फिलहाल वेट एंड वॉच पॉलिसी अपना कर विश्व के अन्य लोकतांत्रिक देशों के अगले कदम का इंतजार कर रही है. गौरतलब है कि पकिस्तान समेत चीन तालिबान राज को एक तरह से मान्यता दे चुका है, तो रूस ने भी लचीले रुख का संकेत दिया है. 

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अशरफ गनी आगे आएंगे काम
इस बीच सुब्रमण्यम स्वामी ने गुरुवार को एक ट्वीट कर मोदी सरकार को नसीहत दे डाली. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'भारत को अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अशरफ गनी को अपने यहां रहने के लिए आमंत्रण देना चाहिए. वह अपेक्षाकृत उच्च शिक्षित हैं और जब तालिबान अमेरिका के बनाए आधुनिक हथियारों के साथ पाक अधिकृत कश्मीर में घुसपैठ करेगा, तो वह भारत को भविष्य की प्रवासी अफगान सरकार बनाने में मदद कर सकते हैं.' इसके पहले भी स्वामी अफगानिस्तान को लेकर मोदी सरकार पर तंज कसते आए हैं. 

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पहले भी घेरते रहे हैं मोदी सरकार को
विगत दिनों ही स्वामी ने मोदी सरकार को निशाना बनाते हुए कहा था कि पहले लद्दाख में भारत चीन के आगे कमजोर पड़ा, तो अब तालिबान के आगे कमजोर पड़ता दिख रहा है. इसके साथ ही उन्होंने आगाह किया था कि यह रवैया भारत की राष्ट्रीय छवि के लिए नुकसानदेह ही साबित होगा. इसके बाद स्वामी ने यह कहा कि तालिबान, पाकिस्तान और चीन मिलकर भारत पर हमला कर सकते हैं. गौरतलब है कि इसके पहले भी कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मसलों पर स्वामी मोदी सरकार को घेरते आए हैं.