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पीएम नरेंद्र मोदी से नाराज सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, जा सकता हूं चीन

एक ट्वीट से संकेत मिल रहे हैं कि सुब्रमण्यम स्वामी पीएम नरेंद्र मोदी से तवज्जो नहीं मिलने पर भड़के हुए हैं. इसमें उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में कहा है कि वह ऐसे हालात में चीन जा सकते हैं.

Updated on: 01 Jul 2019, 11:30 AM

highlights

  • बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा नमो को मेरे विचार जानने में दिलचस्पी नहीं.
  • चीन की सिंघुआ यूनिवर्सिटी ने सितंबर में लेक्चर देने का भेजा है न्योता.
  • अब राजनीतिक गलियारों में स्वामी के ट्वीट के निहितार्थ समझने की कवायद शुरू.

नई दिल्ली.:

मुखर, स्पष्टवादी और विपक्ष के लिए 'वन मैन आर्मी' करार दिए गए बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी लगता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रुष्ट चल रहे हैं. उनकी एक ट्वीट से संकेत मिल रहे हैं कि वह पीएम नरेंद्र मोदी से तवज्जो नहीं मिलने पर भड़के हुए हैं. इसमें उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में कहा है कि वह ऐसे हालात में चीन जा सकते हैं. अमूमन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुप्पी साधे रखने वाले स्वामी के इस ट्वीट से खलबली मचनी ही थी. टि्वटर पर ही लोगों ने स्वामी को सलाह देना शुरू कर दिया है.

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चीन के आर्थिक विकास पर बोलने का मिला है न्योता
सुब्रमण्यम स्वामी का यह ट्वीट दो दिन पुराना है, जिस पर सोशल मीडिया में अब प्रतिक्रियाएं मिलनी शुरू हुई हैं. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'चीन की प्रसिद्ध सिंघुआ यूनिवर्सिटी ने सितंबर में मुझे स्कॉलर्स की सभा में बोलने के लिए बुलाया है. विषय है- चीन का आर्थिक विकास-सात दशकों की समीक्षा. चूंकि नमो को मेरे विचारों को जानने में रुचि नहीं है, तो मैं चीन जा सकता हूं.' गौरतलब है कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने और फिर वहां कम उम्र में पढ़ाने वाले स्वामी कई विषयों के प्रखर विद्वान हैं.

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राजनीतिक गलियारों में निहितार्थ तलाशने शुरू
कभी कांग्रेस खासकर राजीव गांधी के करीबी रहे स्वामी बाद में बीजेपी से आ जुड़े. बीजेपी से जुड़ने के बाद उन्होंने सोनिया गांधी समेत कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं के लिए अदालती मुकदमें ठोंक रखे हैं. यही नहीं, वह बीजेपी के कुछ वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ भी मुखर रहे हैं. इनमें पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का नाम प्रमुख है. आर्थिक मामलों की गहरी जानकारी रखने वाले स्वामी मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में देश की अर्थव्यवस्था को लेकर सवाल उठाते आए हैं. हालांकि पीएम मोदी के खिलाफ उन्होंने सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं कहा. ऐसे में इस ट्वीट के गहरे निहितार्थ निकाले जा रहे हैं.

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ईवीएम पर भी बीजेपी सरकार को कर चुके हैं असहज
गौरतलब है कि बीजेपी के लिए स्वामी का ईवीएम पर पक्ष खासा असहज करने वाला रहा. उन्होंने लगभग विपक्ष की आवाज में आवाज मिलाते हुए कहा था कि वह तो बहुत पहले ही ईवीएम में धांधली की संभावना से जुड़े सबूत सुप्रीम कोर्ट के सुपुर्द कर चुके हैं. उन्होंने यह भी कहा था कि ईवीएम को लेकर जो मैं पहले कह चुका है, विपक्ष अब उस मुद्दे को उठा रहा है. ऐसे में दो दिन पुरानी ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र करने के राजनीतिक गलियारों में निहितार्थ तलाशे जा रहे हैं.