भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी और एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को कहा कि अयोध्या विवादित ढांचा पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा उसे वह स्वीकार करेंगे।
टाइम लीटफेस्ट के कार्यक्रम में चर्चा के दौरान स्वामी ने कहा, 'अदालत जो भी निर्णय लेगी हम उसे स्वीकार करेंगे। मैं हिंसा की वकालत नहीं करता, मैं कानून के अनुसार निर्णय की वकालत करता हूं।' जिस पर लोकसभा सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने भी हामी भरी।
सुब्रमण्यम स्वामी ने संविधान के 'मौलिक सिद्धांत' का हवाला देते हुए कहा कि गोहत्या पर प्रतिबंध लगना चाहिए। उन्होंने समान नागरिक संहिता की भी वकालत की। स्वामी की दलील पर ओवैसी ने जोर देते हुए कहा 'मौलिक सिद्धांत' सिर्फ 'सिद्धांत' है, और मौलिक अधिकार मौलिक सिद्धांत से ऊपर है।
Source : News Nation Bureau