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अलगाववादियों की हड़ताल के कारण घाटी में पटरी सेे उतरा जनजीवन (फाइल फोटो)
जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सेना की गोली से दो युवकों की मौत के बाद अलगाववादियों के हड़ताल की वजह से सामान्य जनजीवन पटरी से उतरती नजर आ रही है।
किसी अनहोनी की आशंकों को देखते हुए अधिकारियों ने जहां राजधानी श्रीनगर के कुछ हिंस्सों में प्रतिबंधों की घोषणा कर रखी है वहीं दक्षिणी कश्मीर के चार जिलों में इंटरनेट को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि हड़ताल की वजह से कश्मीर के कई इलाकों में दुकानें और कारोबारी प्रतिष्ठान बंद हैं वहीं सार्वजनिक परिवहन की सेवाएं पूरी तरह से ठप है।
उन्होंने कहा कि हालांकि शहर में लोग अपनी गाड़ियों से आवाजाही कर रहे हैं।
गौरतलब है कि कल शोपियां में सेना की गोलीबारी में दो युवक मारे गए। सेना ने पत्थरबाजी रोकने के लिए गोली चलाई थी, जिसमें कई अन्य भी घायल हुए थे। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि सेना ने मामूली झड़प को लेकर गोली चलाई वहीं रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पत्थरबाजी में कई जवान घायल हुए हैं वहीं कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचा, जिसके बाद जवानों को मजबूरी में गोली चलानी पड़ी।
इस बीच अधिकारियों ने श्रीनगर के सफाकदाल, खानयार, नौहट्टा, रैनावाड़ी और एम आर गंज पुलिस स्टेशन इलाके में प्रतिबंध लगा रखे हैं।
अधिकारियों ने कहा कि पुलवामा, अनंतनाग, कुलगाम और शोपियां जिले में मोबाइल इंटरनेट को बंद कर दिया गया है जबकि घाटी के अन्य हिस्सों में इसकी स्पीड को कम कर 128 केबीपीएस कर दिया गया है।
और पढ़ें: जम्मू-कश्मीर: दो 'पत्थरबाजों' की मौत, सेना के खिलाफ केस दर्ज
HIGHLIGHTS
- अलगाववादियों की हड़ताल के बाद घाटी में पटरी से उतरा सामान्य जनजीवन
- शनिवार को शोपियां जिले में सेना की गोली लगने से हुई थी दो युवाओं की मौत
Source : News Nation Bureau
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