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न्यूयॉर्क में महात्मा गांधी की मूर्ति पर कालिख पोते जाने की घटना पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय का सख्त रूख

न्यूयॉर्क में महात्मा गांधी की मूर्ति पर कालिख पोते जाने की घटना पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय का सख्त रूख

Updated on: 10 Feb 2022, 02:40 PM

न्यूयॉर्क:

अमेरिका में इन दिनों महात्मा गांधी की मूर्ति के साथ तोड़फोड़ करने और उन्हें विरूपित करने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने सख्त रूख अपनाया है और संबंधित एजेंसियों को इन मामलों की जांच करने को कहा है।

अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आईएएनएस को भेज अपने ईमेल में कहा है कि मंत्रालय पुलिस के साथ लगातार संपर्क में है और उनसे इन घटनाओं की जांच करने के लिए कह रहा है।

गौरतलब है कि न्यूयॉर्क के यूनियन स्क्वोयर में लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा पर गत चार फरवरी को काला रंग पोत दिया गया और इससे पहले वाशिंगटन में भारत के गणतंत्र दिस के दिन 26 जनवरी को बापू की मूर्ति के साथ तोड़फोड़ की गयी।

न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूत ने बापू की प्रतिमा पर कालिख पोते जाने की घटना के बारे में विदेश मंत्रालय और स्थानीय प्रशासन से संपर्क किया है। महावाणिज्य दूतावास ने इन घटनाओं की निंदा करते हुए ट्वीट किया है कि उसने इस संबंध में त्वरित जांच शुरू कराने के लिए तथा इन घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ समुचित कार्रवाई करने के लिए स्थानीय प्रशासन और विदेश मंत्रालय से संपर्क किया है।

महावाणिज्य दूतावास ने बताया कि न्यूयॉर्क में अंतराष्ट्रीय मामलों के कमीशनर एडवर्ड मर्मेलस्टाइन ने इन घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए महावाणिज्यदूत से संपर्क किया है।

न्यूयॉर्क के मेयर एरिक एडम के कार्यालय के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि वे इस घटना पर नजर बनाये हुए हैं।

अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है, हमें महात्मा गांधी मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ किये जाने की घटना की जानकारी है और हमने इस बारे में अपनी चिंता से अपने भारतीय सहयोगियों को अवगत कराया है। हमारा मंत्रालय महात्मा गांधी के अहिंसा, सम्मान और सहिष्णुता के संदेश को महत्व देता है।

भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि भारत सरकार ने इन घटनाओं को अंजाम देने के खिलाफ कार्रवाई के लिए अमेरिकी अधिकारियों से बात की है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रवक्ता ने कहा है कि अमेरिकी प्रशासन इन घटनाओं की निंदा करता है और वह इन पर नजर रखे हुए हैं।

हाल के वर्षो में अमेरिका में महात्मा गांधी के प्रतिमा को विखंडित किये जाने घटनायें को रही हैं। न्यूयॉर्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर कालिख पोते जाने से पहले वाशिंगटन में लगी प्रतिमा को जून 2020 और दिसंबर 2020 में विरूपित किया जा चुका है। यहां 26 जनवरी को भी खालिस्तानी समर्थकों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ तोड़फोड़ की है।

कैलिफोर्निया में गत साल जनवरी में बापू की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया गया था ।

न्यूयॉर्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के पास के इलाके में लगी है और इसे हटाये जाने के खिलाफ कथित रूप से यूनिवर्सिटी के छात्रों ने हस्ताक्षर अभियान चलाया था। इस अभियान को शुरू हुए दो साल हो गया लेकिन सिर्फ 38 हस्ताक्षर ही हुये हैं।

इस प्रतिमा को स्थापित किये जाने के अवसर पर आयोजित समारोह के मुख्य वक्ता बयार्ड रस्टिन थे और रस्टिन महात्मा गांधी के अहिंसापूर्ण आंदोलन के बारे में अध्ययन करने के लिए 1948 में भारत आये थे। बाद में रस्टिन ने ही अहिंसात्मक आंदोलन के बारे में मार्टिन लूथर किंग को जानकारी दी और उसे उन्होंने अपनाया।

यह मूर्ति कांतिलाल पटेल ने बनायी थी। यूनियन स्क्वोयर पार्क में महात्मा गांधी की मूर्ति के अलावा जॉर्ज वाशिंगटन, मार्कि द लफायेत और अब्राहम लिंकन की मूर्तियां भी लगी हैं।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.